पटनाः बिहार में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने विधायको को सुरक्षित रखने की चुनौती मिल गई है। सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले जेडीयू विधायकों में टूट की आशंका के बीच सभी जेडीयू विधायकों को पटना के होटल चाणक्या में शिफ्ट कर दिया गया है। रविवार को मंत्री विजय चौधरी के घर हुए बैठक में जेडीयू के चार विधायक मौजूद नहीं रहे। अपने बांकि बचे विधायक को बचाने के लिए नीतीश कुमार ने सभी विधायकों को अपनी निगरानी में होटल में नजरबंद कर दिया है। रविवार को हुई बैठक में जेडीयू के चार विधायक मौजूद नहीं थे। बीमा भारती, रिंकू सिंह, सुदर्शन और दिलीप राय बैठक में नहीं पहुंचे।
एनडीए सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले गृहमंत्री अमित शाह ने जीतन राम मांझी से फोन पर बात की। बताया जाता है कि काफी लंबे समय तक दोनों नेताओं के बीच बात हुई। माना जा रहा था कि मांझी अपने लिए राज्यसभा की सीट चाह रहे थे, लेकिन बीजेपी रविवार को अपने राज्यसभा उम्मीदवार का एलान किया जिसमेंं मांझी और सुशील मोदी का नाम नहीं था। सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले मांझी की नाराजगी खत्म करने के लिए अमित शाह ने मांझी से बात की।
