देवघरः भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी अजीत पीटर डुंगडुंग को फिर से देवघर की सड़कों पर नज़र आएंगें । भले ही इस बार देवघर की जनता उन्हें पुलिस कप्तान के तौर पर नहीं जानेगी लेकिन वर्दी पर तीन सितारा लिए वे शहर में जरुर दिखेंगे । चुनाव आयोग के निर्देश के बाद देवघर एसपी पद से हटाने के बाद सरकार ने फिर उन्हें समादेष्टा बना कर भेज दिया है। अजीत पीटर डुंगडुंग को जैप-5 का समादेष्टा बनाया गया है। यानी भले ही वो बतौर पुलिस अधीक्षक वे देवघर में नहीं रह सकते हैं लेकिन दूसरी भूमिका में अजीत पीटर डुंगडुंग देवघर शहर में नज़र आएंगें । ग़ौरतलब है कि देवघर में अजीत पीटर डुंग़डुंग को लेकर स्थानीय सांसद नाराज़ बताए जाते रहे हैं ।
दुमका के भी एसपी थे अजीत पीटर
ग़ौरतलब है कि 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी अंबर लकड़ा जैप-3 धनबाद के कमांडेंट थे। वे इससे पहले दुमका के एसपी रह चुके हैं। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी अजित पीटर डुंगडुंग को चुनाव आयोग ने एसपी देवघर के पद से हटा दिया था। हालांकि, चुनाव समाप्त होने के बाद उन्हें फिर से एसपी देवघर बना दिया गया था।
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शिकायत के बाद पद से हटाया गया
आयोग को उनके खिलाफ यह शिकायत मिली थी कि तीन मामलों के फरार आरोपित शिवदत्त शर्मा ने जसीडीह थाना पहुंचकर सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस पर सवाल उठे कि फरार आरोपित थाना पहुंचकर प्राथमिकी दर्ज कराता है, और पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं करती। चुनाव आयोग ने पांच दिन पहले ही राज्य सरकार को आदेश दिया था कि एसपी देवघर अजित पीटर डुंगडुंग को हटाया जाए। आयोग के आदेश के बावजूद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो एक दिन पहले आयोग ने सख्त टिप्पणी करते हुए राज्य सरकार से पूछा कि पूर्व में दिए गए आदेश का कितना पालन हुआ। इसके बाद सरकार ने सोमवार को इससे संबंधित आदेश जारी किया।