रांची: सुप्रीम कोर्ट से मिले राहत के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने जमकर बीजेपी पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को हेमंत सोरेन की जमानत रद्द करने को लेकर ईडी की याचिका को खारिज कर दिया, इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि हेमंत सोरेन की जमानत पर हाईकोर्ट ने बहुत ही तर्कसंगत निर्णय लिया है। मनी लाउंड्रिंग के मामले में हेमंत सोरेन के खिलाफ सबूत नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट से हेमंत सोरेन को बड़ी राहत, जमानत को चुनौती देने वाली ED की याचिका को किया खारिज
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद हेमंत सोरेन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मै राज्य की संपत्ति को लेकर घूम रहा हूं या फरार हो गया हूं, इसके लिए मुझे जेल के सलाखों के पीछे भी डाल दिया गया। बहुत तरीके से सोरेन परिवार पर लांछन लगे और मेरे कीमती वक्त का भी इन लोगों ने जाया किया। आज कई लोग अपनी समस्याओं को लेकर मुझसे मिले, शायद हमारा वो कीमती वक्त ये लोग जाया नहीं करते तो आज के दिन में अनगिनत समस्याओं का समाधान हो गया होता।
ED की टीम पहुंची गढ़वा, नोटिस को चिपकाया, चर्चा का बाजार हुआ गर्म
न्यायालय सर्वोपरी है लोकतंत्र का वो स्तंभ है जहां मै समझता हूं कि वहां अंधकार नहीं है। लेकिन कुछ समूह ऐसे भी है जो न्यायालय के वक्त को बर्बाद करने में लगे है और बेवजह जो समाज में काम करने वाले लोग है, चाहे वो राजनीतिक रूप से हो या सामाजिक रूप से हो, और जो समाज के गरीब, आदिवासी, दलित की आवाज बनने का काम कर रहे है, उनकी आवाजों को बंद करने का येन केन प्रकारेण अपने शक्तियों का दुरूपयोग कर रहे है। और आज पुःन सर्वोच्च न्यायायल के आदेश से ये बाते सच साबित हुई।
केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग के बाद अब निशिकांत दुबे ने झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग संसद में रखी
आगे हेमंत सोरेन ने निशिकांत दुबे के उस बयान पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होने संताल को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की थी। उन्होने कहा कि ये लोग समाज को भी तोड़ते है, परिवार को भी तोड़ते है और येन केन प्रकारेण राज्य में , देश में समाज में कैसे वैमनस्य फैले इसपर काम करते है।
बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर बीजेपी का सदन के अंदर और बाहर प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
वही हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन ने मुख्यमंत्री को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत पर कहा कि देखिये मै ये कहना चाहूंगी कि सत्य की जीत हुई है। लेकिन मेरा सवाल ये ही रहेगा कि हेमंत जी के पांच महीने कौन वापिस करेगा, मेरा सबसे बड़ा सवाल यही रहेगा।