पटना: बिहार में भीषण गर्मी के बीच स्कूलों में बच्चों के बेहोश होने और बीमार पड़ने के मामले में राज्यपाल राजेंद्र अरर्लेकर ने बड़ा एक्शन लिया है। उन्होने जिन जिलों से बच्चों के बेहोश होने और बीमार पड़ने की खबरें आई थी उन जिलों के राज्यपाल से बात की। इसके साथ ही राज्यपाल ने मुख्य सचिव से स्कूलों में अवकाश देने पर भी चर्चा की। उन्होने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उन्होने मुख्य सचिव से चर्चा के बाद स्कूलों में अवकाश देने का निर्देश दिया है।
बिहार से लेकर दिल्ली तक भीषण गर्मी से त्राहिमाम मचा हुआ है। राजस्थान, झारखंड, यूपी समेत उत्तर भारत के राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान 52 डिग्री के पार चला गया। झारखंड के डाल्टेनगंज में अधिकतम तापमान 47.7 दर्ज किया गया। आसमान से उगल रही आग ने पूरे उत्तर भारत को प्रभावित कर दिया है।
Heat Wave: बिहार में गर्मी ने तोड़ा रिकार्ड, कई जिलों में बच्चे पड़े बीमार, 100 के करीब बच्चे और शिक्षक अस्पताल में भर्ती
बिहार में गर्मी ने अपने सारे रिकार्ड तोड़ दिये है। इस दौरान बिहार के अलग-अलग जिलों से स्कूली छात्रों के बीमार होने की घटनाएं सामने आई है। औरंगाबाद, बेगूसराय, सीवान , मोतिहारी, शेखपुरा,मुजफ्फरपुर, जमुई सहित कई जिलों में स्कूल के छात्र बेहोश हो गए है जिन्हे अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
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औरंगाबाद में तापमान 48 डिग्री के करीब पहुंच चुका है। बिहार के कई जिलों में पारा 45 के पार हो चुका है। सबसे पहले बेगूसराय से स्कूलों छात्रों के बेहोश होने की घटना सामने आई जहां दर्जनों बच्चे भीषण गर्मी की वजह से बीमार पड़ गए। मोहनपुर विद्यालय के 16 छात्र गर्मी की वजह से बेहोश हो गए। मटिहानी के अनुग्रह नारायण उच्च विद्यालय के 21 छात्र बीमार पड़ गए जिन्हे रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बेगूसराय में गर्मी की वजह से छात्रों के बीमार पड़ने की घटना पर जिले के डीएम रौशन कुशवाहा ने कहा “मटिहारी स्कूल में गर्मी की वजह से कुछ छात्राओं की तबियत खराब हो गई थी। उसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में ले जाया गया… वर्तमान में सभी छात्रों की तबियत ठीक है… गर्मी के कारण इस तरह की जितनी भी घटनाएं हो रही हैं उसकी निगरानी के लिए जितने भी हमारे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हैं उन्हें निर्देशित किया गया है। अगर कहीं भी किसी बच्चे की तबियत खराब होने की खबर सामने आती है तो उसके प्रथम उपचार के लिए जरूरी चीजें स्कूल में उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं…”
इसके बाद शेखपुरा में भी गर्मी की वजह से कई छात्रों के बीमार होने और उन्हे अस्पताल में भर्ती करने की घटनाएं सामने आई। छात्रों के बीमार होने पर शेखपुरा अस्पताल के डॉक्टर सतेंद्र ने बताया कि “बढ़ते तापमान के कारण छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां भर्ती छात्रों की हालत अब स्थिर है।” शेखपुरा सदर अस्पताल के डॉ. सत्येंद्र ने बताया, “छात्रों को हमेशा हाइड्रेटेड रहना चाहिए। उन्हें जितना हो सके उतना पानी पीना चाहिए। गर्मी में बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। सभी छात्रों को पानी की बोतल साथ रखनी चाहिए…”
बढ़ती गर्मी की वजह से औरंगाबाद, सीवान, मोतिहारी, शिवहर में भी छात्रों और शिक्षके के तबियत बिगड़ने और अस्पताल में भर्ती होने की खबरें आई है। नवादा जिले के गोविंदपुर प्रखंड अंतर्गत भवनपुर पंचायत के खरसान प्राथमिक विद्यालय में बुधवार को अधिक गर्मी के कारण विद्यालय में कार्यरत रसोईया कांति देवी बेहोश होकर गिर गई। बिहार में तेज गर्मी की वजह से बच्चों के बीमार होने की घटना पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि “बिहार में लोकतंत्र नहीं रह गया है, ना सरकार रह गई है केवल अफसरशाही रह गई है… स्कूल के समय को लेकर मुख्यमंत्री की बात भी नहीं सुनी जाती है। मुख्यमंत्री इतने कमजोर क्यों हो गए हैं? 47 डिग्री तापमान है लू चल रही है, छोटे बच्चों का ध्यान देना चाहिए। डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि लू में मत निकलो। बिहार के स्कूलों की आधारभूत संरचना भी उस तरह का नहीं है कि स्कूलों में बच्चें सुरक्षित रहेंगे। ये दिखा रहा है कि मुख्यमंत्री को इन लोगों ने घेर रखा है।”
बढ़ती गर्मी की वजह स्कूली बच्चों के बेहोश होने पर चिराग पासवान ने कहा कि मैं बिहार सरकार और माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं की इस तपती गर्मी में विद्यालय खुले रहने से बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। आपके सरकारी अधिकारी के तुगलकी फरमान की वजह से बच्चें बेहोश हो रहे है , प्रतिदिन अस्पतालों में इलाज चल रहा है। ये कोई अत्याचार से कम नहीं हैं। नैतिकता के आधार पर जरूरी है बच्चों की सेहत का देखभाल करना। मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं की इस भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों में अवकाश की घोषणा की जाए।