रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर पलटवार करते हुए कहा है कि झारखंड को जो पैसे मिले हैं वो अधिकार है भीख नहीं । अमित शाह ने बीजेपी का संकल्प पत्र जारी करते हुए कहा था कि झारखंड को बीजेपी सरकार ने पूर्ववर्ती यूपीए सरकार से ज्यादा रक़म दी है।
इतना ही नहीं हेमंत सोरेन ने गुमला से अमित शाह को जवाब देते हुए कहा कि झारखण्ड में सिर्फ CNT/SPT चलेगा न कोई UCC चलेगा, न NRC चलेगा।
झारखण्ड में सिर्फ CNT/SPT चलेगा
न कोई UCC चलेगा, न NRC चलेगा pic.twitter.com/M7Jrqt5ib8— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 3, 2024
हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ” जुमलेबाजी में झारखण्ड की जनता नहीं फंसने वाली। भाजपा का बस चले तो यह लोगों के शरीर से एक-एक कतरा खून का निकाल ले।”
भाजपा के जुमलेबाजी में झारखण्ड की जनता नहीं फंसने वाली। भाजपा का बस चले तो यह लोगों के शरीर से एक-एक कतरा खून का निकाल ले। pic.twitter.com/Z37nnfXwG6
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 3, 2024
सोशल मीडिया पोस्ट पर जेएमएम ने अमित शाह के दावे पर जवाब देते हुए लिखा कि
आज फिर से झारखंडियों की गरिमा को ठेस पहुंचाई गई है। जब भाजपा के नेता दूसरों को कहते हैं – “क्या वो अपने नानीघर से हमें पैसे दे रहे हैं?” तो आज अपनी शक्ल आइने में देख लें –
जो तीन लाख करोड़ का एहसान जताया जा रहा है, उसकी सच्चाई यह है:
झारखंड को मिले पैसे का सच :
•प्रत्येक झारखंडवासी निम्न वस्तुओं पर टैक्स देता है:
◦दैनिक उपयोग की वस्तुएं (सुई से लेकर कुरकुरे, बिस्किट)
◦खाद्य सामग्री (आटा-दाल)
◦वाहन (स्कॉर्पियो जैसी गाड़ियां)
•इस टैक्स का मात्र एक छोटा हिस्सा वापस मिलता है
•यह राशि हमारा संवैधानिक अधिकार है, कोई भीख नहीं
•100 रुपये के टैक्स पर मात्र 40 रुपये झारखंड को वापस मिलते हैंझारखंडी प्राकृतिक संसाधनों का राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान है :
•कोयला: देश की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति
•लौह अयस्क: देश के औद्योगिक विकास का आधार
•यूरेनियम: राष्ट्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिकाइन संसाधनों के लिए राज्य को पूर्ण रॉयल्टी भी नहीं मिलती।
ऐसी स्थिति में भाजपा का हम पर एहसान जताना या भीख का भाव दिखाना हम झारखंडियों की गरिमा के विरुद्ध है, हमारा अपमान है
मंईयां सम्मान योजना का यही बीजेपी वालों ने किया था विरोध, आज हेमंत सोरेन जी की सरकार द्वारा इस योजना की सफलता देख घबराकर ये लोग घोषणा कर रहे हैं। इनके 2 करोड़ हर साल नौकरी, 15 लाख सभी के खाते मे जैसी जुमलों से जनता है अवगत।@HemantSorenJMM @JmmJharkhand… pic.twitter.com/hYIPw68M6j
— Vinod Kumar Pandey (@VinodPandeyJMM) November 3, 2024
ग़ौरतलब है कि केंद्र से खनिजों की बकाया राशि माँग करते हुए जेएमएम एक लाख छत्तीस हज़ार करोड़ रुपए माँग रही है । सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद केंद्र को इतनी राशि झारखंड को वापस करनी है ।