नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine crisis) के बीच केंद्रीय मंत्री ने भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जा सकते हैं. केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और किरेन रिजिजू और जनरल वीके सिंह निकासी मिशन के समन्वय और छात्रों की मदद करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे. बता दें कि यूक्रेन-रूस युद्ध में यूक्रेन में फंसे भारतीयों में से 249 लोगों का एक दल आज ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत पांचवीं फ्लाइट से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचा. इन सभी को रोमानिया के बुखारेस्ट एयरपोर्ट से लाया गया है. वतन लौटे यात्रियों ने यूक्रेन से सुरक्षित निकासी के लिए भारतीय दूतावास के अधिकारियों की प्रशंसा की है.
यूक्रेन से दिल्ली पहुंचे एक छात्र ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, “सरकार ने हमारी बहुत मदद की है. भारतीय दूतावास द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की गई. सबसे बड़ी समस्या सीमा पार करना है. मुझे उम्मीद है कि सभी भारतीयों को वापस लाया जाएगा. कई और भारतीय अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं.”
यूक्रेन-रूस संकट के बीच, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को सरकारी अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना किसी भी सीमा चौकियों पर नहीं जाने की सलाह दी है. रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच 15 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इन्हें स्वदेश लाने के लिए ऑपेरशन गंगा जारी है. इसके तहत अब तक एयर इंडिया की 5 फ्लाइट से 1100 से ज्यादा छात्र-छात्राओं समेत भारतीय नागरिकों को भारत लाया जा चुका है. हालांकि, अभी भी हज़ारों भारतीयों को घर वापसी का इंतज़ार है.
इससे पहले भी रोमानिया से 219 छात्र-छात्राओं को लेकर शनिवार रात जब एयर इंडिया का विमान मुंबई पहुंचा तो छात्रों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने छात्रों का स्वागत किया. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “हम यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की निकासी के मामले में प्रगति कर रहे हैं. हमारी टीमें 24 घंटे काम कर रही हैं. मैं व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहा हूं.” उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए एयर इंडिया रोमानिया के बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से उड़ानें संचालित करती रहेंगी.