दिल्लीः ओम बिरला को फिर एक बार स्पीकर चुन लिया गया है। बलराम जाखड़ के बाद ओम बिरला दूसरी बार स्पीकर बनने वाले सांसद बन गए हैं । पीएम मोदी ने कहा कि वे दूसरी बार जीत कर आने वाले पहले स्पीकर हैं।इस दौरान एक दिलचस्प बात देखने को मिला, जब ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष के आसन पर पीएम मोदी और राहुल गांधी पहुंचाने जा रहे थे तो दोनों नेताओं ने एक दूसरे से हाथ मिलाया।
पीएम मोदी ने ओम बिरला की प्रशंसा में उनके द्वार कोटा लोकसभा क्षेत्रों में महिलाओं और शिशुओं के लिए किए गए कामों का उल्लेख किया । नरेंद्र मोदी ने कहा कि सत्रहवीं लोकसभा में ओम बिरला की अध्यक्षता में सरकार ने वे काम कर के दिखाए जो सत्तर साल में नहीं हो पाए ।उन्होंने कई संसद द्वारा पारित कई बिलों का जिक्र करते हुए कहा कि ऐतिहासिक काम हुआ था।
पीएम मोदी ने ओम बिरला की प्रशंसा में कोरोना काल में किए कामों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा बनाने के लिए कई कठोर कदम उठाए गए जबकि व्यक्तिगत तौर पर पीड़ा हुई ।
राहुल गांधी ने पहली बार नेता विपक्ष के तौर पर बोलेत हुए कहा कि सरकार के पास राजनीतिक शक्तियां हैं तो विपक्ष के पास जनता की आवाज की ताकत है। राहुल गांधी ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि सदन कितनी अच्छी तरह से चले बल्कि सवाल यह कि विपक्ष की आवाज कितनी सुनाई देती है ।
अखिलेश यादव ने कहा कि जिस पद पर आप बैठे हैं इससे कई गौरवशाली परंपराए जुड़ी हैं। निष्पक्षता इस महान पद की महान गरिमा है । हमारी अपेक्षा है कि निष्कासन जैसी कार्रवाई दोबारा नहीं हो ।
टीएमसी के सुदीप बंधोपाध्याय ने कहा कि पिछली लोकसभा में नेता विपक्ष नहीं था लेकिन इस बार विपक्ष का एक आधिकारिक नेता हैं । सुदीप बंधोपाध्याय ने पिछली लोकसभा में सदस्यों के निष्कासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस बार उम्मीद है कि ऐसा नहीं होगा । टीएमसी सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि पिछली बार कई बिल बिना किसी बहस के पास हो गए थे ऐसा इस बार नहीं होना चाहिए।
इससे पहले
पीएम मोदी ने रखा स्पीकर के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव
- ललन सिंह ने ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा
- जीतन राम मांझी ने ओम बिरला
- शिवराज सिंह चौहान, नितिन गडकरी ने किया अनुमोदन
- यादव प्रताप राव गणपत राव ने भी किया समर्थन
- चिराग पासवान ने भी ओम बिरला का समर्थन
- एनडीए के दलों ने किया ओम बिरला का समर्थन
- एचडी कुमारस्वामी ने किया ओम बिरला का समर्थ
- विपक्ष ने के सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा
- तारीक अनवर, सुप्रिया सुले ने किया समर्थन
- कनीमोई ने भी किया के सुरेश का समर्थन
- डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने किया समर्थन
- अन्नपूर्णा देवी ने किया ओम बिरला का समर्थन
18वीं लोकसभा में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के ओम बिरला और कांग्रेस के कोडिकुन्निल सुरेश के बीच स्पीकर पद के लिए एक दुर्लभ मुकाबला देखने को मिला तो लेकिन वोटिंग नहीं होने से स्पीकर को सर्वसम्मित से चुन लिया गया । राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार और विपक्षी दलों के इंडिया समूह के बीच आम सहमति नहीं बन पाई थी। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने 25 जून को अपने सांसदों को आज सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन-लाइन व्हिप जारी किया था।18वीं लोकसभा पर संख्या बल सरकार के पक्ष में एनडीए के 293 सांसद हैं जबकि इंडिया ब्लॉक के 233 हैं।