रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केंद्र सरकार पर पेंशन नहीं देने का आरोप लगाया है । जेएमएम ने कहा है कि गरीबों को समय से पेंशन नहीं मिलने की ज़िम्मेदार केंद्र सरकार है । केंद्र पर आरोप लगाते हुए जेएमएम ने कहा है कि अगस्त महीने में और किसी-किसी जिले में मई माह से झारखंड के गरीबों की पेंशन रोकी गई है ।
जेएमएम के आरोपों की पड़ताल
जब हमने जेएमएम के इन आरोपों की पड़ताल https://nsap.nic.in पर की तो चौंकाने वाले तथ्य। सामने आए । केंद्र सरकार की इस वेबसाइट पर सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं की सारी राशि और लाभार्थियों के डिटेल्स उपलब्ध रहते हैं। जब हमने इस वेबसाइट से जेएमएम के आरोपों की पड़ताल की तो तथ्य चौंकाने वाले मिले ।
अगस्त तक ही मिली है वृद्घा पेंशन
https://nsap.nic.in के मुताबिक हमने बोकारो जिले के दो लाभार्थियों की पड़ताल की । अड़सठ वर्ष की फुलमनी देवी को अगस्त महीने में पेंशन मिली है । जबकि अस्सी वर्ष के प्रतापचंद्र अग्रवाल जो ग्राम पंचायत अराज, जिला बोकारो के रहने वाले हैं उनको भी अगस्त तक की वृद्धा पेंशन मिली । दूसरी ओर हमने गुजरात के सानंद जिले के गारोडिया पंचायत के राइबेन गोबरजी ठाकोर जो कि उन्नासी वर्ष की पेंशन की जाँच की तो पता चला कि अक्टूबर 2024 तक उन्हें पेंशन मिल चुकी है । यानी अपडेट है ।
गुजरात में अक्टूबर तक मिल चुकी है पेंशन
ज़ाहिर है फैक्ट चेक की पड़ताल में ये पता चलता है कि झारखं में अगस्त महीने के बाद पेंशन नहीं मिली है । जबकि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओल्ड एज पेंशन स्कीम (IGNOAPS) के तहत गुजरात के उस गाँव तक के लाभार्थी को फायदा मिल चुका है जहां सिर्फ एक ही महिला इसकी लाभार्थी हैं।
जेएमएम ने लगाए हैं केंद्र सरकार पर आरोप
गौरतबल है कि जेएमएम का कहना है कि पेंशन के नाम पर केंद्र सरकार ढाई सौ रुपए देती है शेष राशि राज्य सरकार देती है । बावजूद इसके ढाई सौ रुपए देने में केंद्र सरकार देरी कर रही है । गौरतबल है कि बीजेपी ने झारखंड में वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन और दिव्यांग पेंशन नहीं देने का आरोप लगया है । बीजेपी के इन्हीं आरोपों पर जेएमएम ने पलटवार किया है ।
फैक्ट चेक नहीं करने का आरोप
जेएमएम ने आरोप लगाया हैकि केंद्र द्वारा चलाई जा रही इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्वावस्था पेंशन और दिव्यांग पेंशन के लिए मिलने वाली राशि अगस्त महीने से नहीं मिली है । जेएमएम ने कहा है कि बाबूलाल मरांडी लगातार पेंशन नहीं देने का आरोप लगा रहे हैं लेकिन फैक्ट चेक नहीं कर रहे हैं। बीजेपी हाथी मार कर सूप से ढंकने की कोशिश कर रही है ।
हिमंता ने भी पेंशन नहीं देने का लगाया था आरोप
इससे पहले बीजेपी के प्रदेश सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने बहरागोड़ा में आरोप लगाया था कि ” अभी वे मंईयां सम्मान योजना की बात कर रहे हैं। चुनाव से 3 महीना पहले महिलाओं को 1 हजार रुपए देना शुरु किया। हेमंत सरकार ने नाना, नानी, दादा-दादी का पेशंन बंद कर दिया है। उन्होंने घर में बहु और मां के बीच झगड़ा लगा दिए हैं। एक का पेंशन काट दूसरे के खाते में पैसा डालकर झगड़ा कराया जा रहा है। आज बुढ़ी मां पेंशन के पैसे का इंतजार करती है कि पैसा कब आएगा। उसी बुढ़ी मां के पैसे को काटकर हेमंत सरकार ने मंईयां योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि मैंने प्रण लिया है कि झारखंड में बीजेपी की सरकार बनेगी तो महिलाओं के खाते में 2100 रुपए डाले जाएंगे। जब तक महिलाओं के खाते में गोगो दीदी योजना का 2100 रुपया नहीं आएगा तबतक मैं गुवाहाटी नहीं जाऊंगा।”
जब लाइव दैनिक ने केंद्र सरकार की वेबसाइट पर इस योजना की पड़ताल की तो पता चला कि अगस्त महीने से पेंशन नहीं मिली है ।