पुरीः झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और Odisha के राज्यपाल रघुवर दास के बेटे ललित कुमार पर राजभवन के कर्मचारी से मारपीट और जान से मारने की धमकी का आरोप लगा है । पुरी में स्थित राजभवन में यह कांड तब हुआ जब देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रथ यात्रा के लिए आधिकारिक दौरे पर थीं। बैकुंठ प्रधान नाम के एक कर्मचारी ने इसकी लिखित शिकायत राज्यपाल के प्रधान सचिव से की है ।
बैकुंठ प्रधान ने मीडिया से बात करते हुए पूरी घटना की जानकारी तफसील से दी है । बैकुंठ प्रधान की पत्नी ने बताया है कि उनके पति ने 20 साल तक एयरफोर्स में नौकरी की उसके बाद ओड़िशा सरकार में नौकरी कर रहे हैं । 7 जुलाई की रात रघुवर दास के बेटे को एयरपोर्ट से लाने के लिए मारुति सुजुकी कार लेने के भेजने पर उन्होंने कमरे में बुलाकर मारपीट की । उस वक्त राष्ट्रापति द्रौपदी मुर्मू का दौरा चल रहा था । इसलिए लग्जरी गाड़ियों की कमी थी ।
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Sayoj, wife of Baikuntha Pradhan, who works in Odisha’s Raj Bhavan, has accused the Governor’s son and others of beating her husband.
She said, “…On the night of June 7, the Governor’s son called my husband to his room and beat him badly .. He is badly injured.… pic.twitter.com/WtyuQ7btvS
— Surbhi (@SurrbhiM) July 13, 2024
इस मारपीट की शिकायत राष्ट्राीय मनवाधिकार आयोग तक पहुंच चुकी है ।
रघुवर दास के बेटे पर क्या है आरोप
राजभवन के सहायक अनुभाग अधिकारी ने रघुवर दास के बेटे ललित कुमार पर आरोप लगाया है कि 7 जुलाई की रात करीब 11.45 बजे, जब वे कार्यालय कक्ष में बैठे थे तब आकाश सिंह ( राज्यपाल के निजी रसोइए) ने आकर बताया कि राज्यपाल के बेटे ललित कुमार अभी मुझसे मिलना चाहते हैं जब वे आकाश के साथ सूट नं-4 में ललित कुमार से मिलने गए तो देखतचे ही ललित कुमार ने डांटना औऱ गालियां देना शुरू कर दिया थप्पड़ मारने लगे ।
राज्यपाल के बेटे ने दी जान से मारने की धमकी?
बैकुंठ दास ने राज्यपाल रघुवर दास के बेटे ललित पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी और एनेक्सी में छिपने के बाद भी उन्हें पीएसओ के ज़रिए ढूँढ कर लाया गया और मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी दी गई । बैकुंठ दास ने इसकी शिकायत आधिकारिक तौर से की है ।
ओड़िशा के सरकारी कर्माचारियों में भारी नाराजगी
राजभवन के कर्मचारी से इस तरह से मारपीट के बाद ओड़िशा सेक्रेटेरियट सर्विस एसोसिएशन ने आपत्ति दर्ज कराई औऱ कार्रवाई की मांग की है । सोशल मीडिया एक्स के पोस्ट के जरिए रघुवर दास के बेटे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है । एसोसिएशन ने आरोप लगाया है कि शिकायत के बाद भी अभी तक पुलिस ने एफआईआर नहीं की है ।
One of our brothers from OSS Association Sri Baikuntha Pradhan, ASO has been physically assaulted by some miscreants while discharging his duty at Raj Bhawan, Puri during #RathaYatra2024. A police complaint has already been filed but FIR has not yet been registered by the police. pic.twitter.com/VyM7x4nVu4
— ODISHA SECRETARIAT SERVICE ASSOCIATION (@OSSA_ODISHA) July 12, 2024
बैकुंठ प्रधान ने ललित कुमार के खिलाफ क्या शिकायत की
ओड़िशा के राजभवन के कर्मचारी की पूरी चिट्ठी का हिन्दी अनुवाद यहां पढ़ा जा सकता हैः –
सेवा में,
माननीय राज्यपाल के प्रधान सचिव,
राज्यपाल सचिवालय, ओडिशा, भुवनेश्वर
**विषय:** माननीय राज्यपाल के पुत्र श्री ललित कुमार और अन्य (कुल 6 व्यक्तियों) द्वारा की गई मारपीट और शारीरिक चोट
महोदय,
मैं, बैकुंठ प्रधान, सहायक अनुभाग अधिकारी, संसदीय कार्य विभाग, वर्तमान में राज्यपाल के घर पर तैनात, आपको 07 जुलाई 2024 की रात को राज भवन, पुरी में माननीय राज्यपाल के पुत्र श्री ललित कुमार और अन्य (कुल 6 व्यक्तियों) द्वारा किए गए इस दुर्भाग्यपूर्ण और जीवन के लिए खतरनाक घटना को बताना चाहता हूँ।
राज भवन, पुरी का प्रभारी होने के नाते, मैं 05.07.2024 से राज भवन, पुरी में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की 07 और 08 जुलाई 2024 की यात्रा/ठहराव की तैयारी की निगरानी के लिए था। राष्ट्रपति की यात्रा 07.07.2024 को बहुत सुचारू रूप से चल रही थी। हालाँकि, उस रात करीब 11.45 बजे, जब मैं कार्यालय कक्ष में बैठा था, श्री आकाश सिंह (माननीय राज्यपाल के निजी रसोइए) ने आकर बताया कि माननीय राज्यपाल के पुत्र श्री ललित कुमार अभी मुझसे मिलना चाहते हैं। मैं श्री आकाश के साथ सूट नं-4 में श्री ललित कुमार से मिलने गया। जैसे ही श्री ललित कुमार ने मुझे देखा, उन्होंने मुझे असंसदीय भाषा में डांटना शुरू कर दिया और अत्यधिक आपत्तिजनक गालियों का उपयोग किया। जब मैंने इस अपमान का विरोध किया, तो उन्होंने मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। असहाय महसूस करते हुए, मैं कमरे से बाहर भागा और एनेक्स भवन के पीछे छिप गया। हालाँकि, श्री ललित कुमार के दो पीएसओ मेरे स्थान का पता लगा सके और मुझे लिफ्ट के माध्यम से कमरे नं. 4 में खींच ले गए। वहाँ उपस्थित सुरक्षा कर्मियों और अन्य लोगों ने इस घटना को देखा। उन्होंने फिर से मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया, मेरे चेहरे पर घूंसे मारे, मेरे शरीर के हर हिस्से पर लात मारी और मेरे बाएं टखने को मोड़ दिया। श्री ललित कुमार यह कहते रहे कि अगर वे मुझे मार डालते हैं, तो कोई भी मुझे नहीं बचा सकता, न तो नियंत्रक और न ही कोई और। यद्यपि उपरोक्त घटना को मौखिक रूप से 08 जुलाई 2024 को शाम 04.30 बजे समझाया गया था, मैं इस पत्र को आपके संदर्भ के लिए दस्तावेजी साक्ष्य के साथ मेल कर रहा हूँ।
उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, मैं आपसे विनती करता हूँ कि कृपया मुझे न्याय दें और अपराधी को दंडित करें क्योंकि मुझे शारीरिक चोटें आई हैं, गंभीर रूप से अपमानित किया गया है और मानव गरिमा का नुकसान हुआ है, जिसके लिए मैं आपको अत्यधिक आभारी रहूँगा।
आपका विश्वासी,
(हस्ताक्षर)
बैकुंठ प्रधान
10.07.2024
सहायक अनुभाग अधिकारी,
राज्यपाल सचिवालय, ओडिशा
**संलग्न:** जैसा ऊपर बताया गया।
ललित कुमार के खिलाफ एफआईआऱ क्यों नहीं
माना जा रहा है कि रघुवर दास और उनके बेटे के खिलाफ ओड़िशा के कर्मचारियों में जबरदस्त आक्रोश है । सोशल मीडिया पर इसे ओड़िशा के अस्मिता से जोड़ कर देखा जा रहा है औऱ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है । खासतौर से एफआईआर नहीं करने से कर्मचारी संघ नाराज है।