झारखंड की राजधानी रांची में करीब 2300 सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिसकी वजह से सफाई की थोड़ी खराब दिख रही है। सफाईकर्मियों की हड़ताल की वजह से डोर-टू-डोर कचले का उठाव नहीं हो रहा है। इस वजह से हर मोहल्ले में रोड पर ही कचरा जमा है। पिछले 24 घंटे में नगर निगम की तरफ से कूड़ा उठाने वाली गाड़ी नहीं आयी। साफ सफाई भी नहीं हो पाई। इस वजह से कचरा जगह-जगह जमा हो रहा है।
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रांची नगर निगम के काम करने वाले 2300 से अधिक सफाई कर्मी की हड़ताल पर चले गए हैं। सफाई कर्मी फिलहाल अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहने का अल्टीमेटम दिया है। उनकी कुछ विशेष मांगे हैं, जिन्हें लेकर उन्होंने मोर्चा खोल दिया है। जिस वजह से शहर के सभी 53 वार्डों के घरों से कूड़े का उठाव नहीं होगा।
नगर निगम सफाई मजदूर संघ के अध्यक्ष दयानंद यादव ने कहा कि सफाई कर्मी के साथ सुपरवाइजर, जोनल सुपरवाइजर, ड्राइवर, हेल्पर, टैंकर, चालक सभी हड़ताल पर ही रहेंगे। जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मान लेती। उन्होंने कहा कि 10 वर्ष से अधिक समय से अनुबंध पर कार्यरत कर्मचारी की सेवा नियमित किया जाए। इसके अलावा परमानेंट के साथ-साथ मानदेय में 30% की बढ़ोतरी करने की भी जरूरत है। जब तक यह दोनों मांगे पूरी नहीं होती है यह आंदोलन जारी रहेगा। कहीं से भी कचरा नहीं उठाए जाएंगे। यह दोनों मांग पूरी होने के बाद ही हम वापस काम पर लौटेंगे।