दिल्लीः मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने कोर्ट से 10 दिनों की रिमांड मांगी लेकिन कोर्ट ने 28 मार्च तक ईडी रिमांड पर केजरीवाल को भेजने का निर्देश दिया।
गुरूवार रात को शराब घोटाला मामले में ईडी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके आवास से दो घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। शुक्रवार को कोर्ट में उन्हे पेश किया गया। ईडी ने कोर्ट में बताया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब घोटाला के मास्टरमाइंड है। गोवा विधानसभा चुनाव में शराब घोटाला से मिले 45 करोड़ रूपये खर्च किये गए थे। चेन्नई से दिल्ली और फिर गोवा पैसा भेजा गया। शराब नीति बनाने में वो सीधे तौर पर शामिल थे। 20 अप्रैल 2023 को सीबीआई ने दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को इससे पहले शराब घोटाले का किंगपिंग बताया था। कोर्ट में पेशी के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरा जीवन देश के लिए समर्पित है, चाहे अंदर रहू या बाहर देश के लिए काम करूंगा।
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद रिमांड कॉपी के पेज नम्बर 27-28 और 29 में ED ने आप पार्टी को एक कंपनी बताया है ।रिमांड कॉपी में ये भी लिखा गया है कि आप पार्टी ने एक कंपनी की तरह जो बिजनेस किया उसके लिए जिम्मेदारी अरविंद केजरीवाल की है ।इसमें लिखा है कि आप पार्टी ने इस घोटाले की रकम से लाभान्वित हुई है, इसी घोटाले से कमाए गए 45 करोड़ रुपए पार्टी ने गोवा चुनाव में खर्च किये है इसी लिए पार्टी पर भी PMLA के सेक्शन 70 के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।
बता दें कि दिल्ली की नई शराब नीति नवंबर 2021 में लागू हो गई थी, लेकिन शुरू से ही ये नीति विवादों में रही ।बाद में दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने LG वीके सक्सेना को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें शराब नीति में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया ।इस मामले में सीबीआई ने केस दर्ज किया. मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ED ने भी केस दर्ज कर लिया ।इस मामले में गिरफ्तार होने वाले केजरीवाल चौथे बड़े नेता हैं।उनसे पहले पिछले साल 26 फरवरी को मनीष सिसोदिया गिरफ्तार हुए थे ।पिछले साल ही 4 अक्टूबर को ईडी ने आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार किया ।फिर इसी महीने 15 मार्च को ईडी ने तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के. कविता को भी गिरफ्तार कर लिया।