To kill A Tiger का नाम ऑस्कर में गूंज रहा है । झारखंड की आदिवासी लड़की के साथ रेप और उसके पिता के संघर्षों की कहानी कहता ये डॉक्यूमेंट्री इंसानी वजूद को झकझोरने वाला है । भले ही झारखंड में इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर बहुत ज्यादा उत्साह नहीं हो लेकिन दुनिया भर के फिल्म समीक्षकों, कलाकारों ने इस फिल्म के जरिए कही गई झारखंड की एक लड़की की दास्तां औऱ उसके पिता के संघर्ष को सम्मान दिया है । रविवार से नेटफ्लिक्स पर To kill A Tiger उपलब्ध है ।
लेखक और निर्देशक निशा पाहूजा कि फिल्म To kill A Tiger की कहानी 2017 की है । झारखंड की किरण (छद्म नाम) की कहानी है जो अपने परिवार के साथ रिश्तेदार की शादी में जाती है । यहीं पर किरण के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया । रेप करने वालों में उसका एक रिश्तेदार भी रहता है । रेप की खबर जंगल की आग की तरह गांव में फैली तो गांव वालों ने किरण के पिता रणजीत पर बलात्कारी से शादी करने का दवाब बनाया । लेकिन पिता ने इनकार कर दिया और इंसाफ के लिए संघर्ष शुरु किया । किरण और उसके पिता का यह संघर्ष बहुत ही मार्मिक ढंग से पर्दे पर पेश किया गया है । हॉलीवुड एक्टर प्रियंका चोपड़ा ने भी इसे फिल्म की तारीफ करते हुए सबको इसे देखने की वकालत की है ।
ऑस्कर की बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फ्यूचर फिल्म में इसे शामिल किया गया है । इस फिल्म में रेप पीड़ित किरण ने अपना चेहरा छिपाने से इनकार कर दिया । किरण के मुताबिक वो चेहरा क्यों छिपाए जबकि गुनहगार कोई और है । झारखंड में रेप की वारदातों में हर साल इजाफा हो रहा है खासतौर से ग्रामीण इलाकों में बच्चियों के साथ रेप की वारदातें बढ़ी हैं । ज्यादातर आदिवासी लड़कियां ही शिकार होती है ।
निशा पाहूजा फिल्म की लेखक औऱ निर्देशक है जबकि CORNELIA PRINCIPE निर्देश है । फिल्म को कई अंतराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में अवार्ड मिल चुके हैं।