पटना : बीजेपी ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव को लेकर अपने 195 उम्मीदवारों का एलान किया। बंगाल के आसनसोल से भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह को शत्रृध्न सिन्हा के खिलाफ उम्मीदवार बनाया गया। बीजेपी से टिकट मिलने के बाद पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर मीडिया से बात करते हुए खुशी जताया और केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया।
टिकट मिलने के 24 घंटे के अंदर पवन सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी। 12-14 घंटे के अंदर पवन सिंह को लेकर जिस तरह की प्रतिक्रिया बंगाल से आने लगी उसके बाद बीजेपी बैकफुट पर आ गई और पवन सिंह से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने को कह दिया। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का दवाब आते ही पवन सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी। पवन सिंह की महिला विरोधी छवि और उनके कुछ पुराने वीडियो बहुत तेजी से मीडिया में वायरल होने लगा। बंगाल से राज्यसभा सांसद सागरिका घोष से लेकर टीएमसी के कई बड़े नेता पवन सिंह के माध्यम से बीजेपी को टारगेट करने लगे। बंगाल की महिला को लेकर उनके वीडियो के साथ साथ पत्नी के साथ उनके विवाद और अभिनेत्री अक्षरा सिंह के साथ हुए उनके विवाद को महिला विरोध के रूप में प्रस्तुत किया गया। भारी दवाब के बीच आखिरकार बीजेनी नेतृत्व ने पवन सिंह का पत्ता साफ कर दिया और उनकी उम्मीदवारी वापस लेने को कह दिया। उनके अश्लील गीत भी उनकी राजनीतिक विदाई का कारण बना। खासकर बंगाल वाली माल वाले वीडियो और मीडिया में आये उनके बयान ने उनकी दावेदारी को खत्म कर दिया।
पवन सिंह के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा पर शत्रृध्न सिन्हा ने कहा कि मै उन्हे व्यक्तिगत तौर पर नहीं जानता लेकिन सुना है कि वो अच्छे कलाकार है अच्छा गाते है। मै किसी के व्यक्तिगत मामले में नहीं बोलता। चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय उनका है या उनकी पार्टी का ये उनका आंतरिक मामला है।