ऑनलाइन शॉपिंग: की लत है आपको तो यह खबर आपके लिए बेहद जरुरी है । चीन में बैठे ऑनलाइन माफिया पूरी दुनिया को लूटने में लगा है । इसके सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं अमेरिकी और यूरोपीयन नागरिकों ने करोडो़ रूपए ठगे जा चुके हैं। अंग्रेजी अखबर द गार्डियन के मुताबिक यूरोप और अमेरिका में 800,000 से अधिक लोगों को चीन से संचालित नकली ऑनलाइन डिजाइनर दुकानों के एक विशाल नेटवर्क के साथ कार्ड विवरण और अन्य संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा साझा करने के लिए धोखा दिया गया है।
ऑनलाइन शापिंग की 76,000 नकली वेबसाइट
खबर के मुताबिक गार्जियन, डाई ज़ीट और ले मोंडे की एक अंतरराष्ट्रीय जांच में ब्रिटेन के चार्टर्ड ट्रेडिंग स्टैंडर्ड्स इंस्टीट्यूट ने 76,000 नकली वेबसाइटों का पता लगाया है जो दुनिया भर के लोगों से ठगी कर रहे हैं। चीन से ऑपरेट हो रहा यह ऑपरेशन अत्यधिक व्यवस्थित, तकनीकी रूप से बहुत सक्षम है ।
इन वेबसाइटों के जरिए प्रोग्रामर ने डायर, नाइके, लैकोस्टे, ह्यूगो बॉस, वर्साचे और प्रादा के साथ-साथ कई अन्य प्रीमियम ब्रांडों की सेल लगानी वाली शॉपिंग साइट बनाई गई हैं। अंग्रेजी से लेकर जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश, स्वीडिश और इतालवी तक कई भाषाओं में दिखने वाली ये वेबसाइटें खरीदारों को पैसे और संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा देने के लिए लुभाने के लिए बनाई गई हैं।
ऑनलाइन शॉपिंग से पचास मिलियन यूरो का चूना
हकीकत ये है कि इन साइटों का उन ब्रांडों से कोई संबंध नहीं है जिन्हें वे बेचने का दावा करते हैं और ज्यादातर मामलों में जिन उपभोक्ताओं ने अपने अनुभव के बारे में बात की, उन्होंने कहा कि उन्हें कोई आइटम नहीं मिला। डेटा के विश्लेषण के अनुसार, अकेले पिछले तीन वर्षों में 1 मिलियन से अधिक “ऑर्डर” लिए किए गए हैं। हालांकि सभी का पेमेंट सक्सेसफुल नहीं हुआ है । माना जा रहा है पूरी दुनिया में पचास मिलियन यूरो का चूना लगाया गया है और अभी भी हजारों वेबसाइट ऑपरेट कर रही हैं।
लाखों लोगों के डाटा चोरी
800,000 लोगों ने, जिनमें से लगभग सभी यूरोप और अमेरिका में हैं, ईमेल पते साझा किए हैं, जिनमें से 476,000 लोगों ने अपने तीन अंकों वाले सुरक्षा नंबर सहित डेबिट और क्रेडिट कार्ड विवरण साझा किए हैं। इन सभी ने नेटवर्क को अपने नाम, फोन नंबर, ईमेल और डाक पते भी दे दिए हैं।
नकली दुकानों के नेटवर्क के अस्तित्व का खुलासा जर्मन साइबर सिक्योरिटी कंसल्टेंसी सिक्योरिटी रिसर्च लैब्स (एसआर लैब्स) ने किया था, जिसने कई गीगाबाइट डेटा प्राप्त किया और इसे डाई ज़ीट के साथ साझा किया।