झारखंड की चार लोकसभा सीटों पर जिस पर चौथे पर में वोटिंग हो रही है इनमें महिला वोटर्स ही प्रत्याशियों की किस्मत लिख रही हैं। खूंटी, सिंहभूम, लोहरदगा में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक हैं। इन सीटों पर वोटर्स लिस्ट में महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है।।
खूंटी लोकसभा क्षेत्र में पुरुष से 23,635 महिला मतदाता अधिक
खूंटी लोकसभा सीट पर पुरुषों की तुलना में सबसे अधिक महिला मतदाता हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 6,67,946 महिला मतदाता हैं जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 6,44,311 है। खूंटी सीट का प्रतिनिधित्व भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा करते हैं। उन्होंने 2019 में कांग्रेस के कालीचरण मुंडा से महज 1,445 मतों के मामूली अंतर से जीत हासिल की थी। भाजपा ने फिर उन्हें इस सीट से प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने कालीचरण मुंडा को मैदान में उतारा है।
सिंहभूम में पुरुषों से 22,567 महिला वोटर्स अधिक
सिंहभूम एक और आदिवासियों की सुरक्षित लोकसभा सीट है जहां पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाता की संख्या अधिक है। इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 14,32,963 मतदाताओं में से 7,27,734 महिला मतदाता और 7,05,167 पुरुष मतदाता हैं। सिंहभूम में चुनावी मुकाबला दिलचस्प होने वाला है क्योंकि यह पारंपरिक रूप से झारखंड पार्टी और कांग्रेस का गढ़ रहा है। दोनों दल पांच-पांच बार इस सीट से जीत दर्ज कर चुके हैं। झारखंड की इकलौती कांग्रेस सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा बीजेपी की प्रत्याशी हैं तो जोबा माझी जेएमएम की कैंडिडेट ।
लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में पुरुष से 12,214 महिला मतदाता अधिक
लोहरदगा लोकसभा सीट पर 7,07,402 पुरुष मतदाताओं के मुकाबले 7,19,616 महिला मतदाता हैं। भाजपा ने इस सीट से झारखंड से अपने राज्यसभा सदस्य समीर उरांव को खड़ा किया है । जबकि कांग्रेस से सुखदेव भगत हैं। जेएमएम के चमरा लिंडा भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
पलामू में दलित करेंगे फैसला
पलामू लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट हैं और यहां से बीडी राम बीजेपी से और ममता भुइयां कांग्रेस से चुनाव लड़ रही हैं।