Bokaro: SAIL के बोकारो स्टील प्लांट में कर्मचारियों को प्रमोशन देकर अफसर बनाने का खुलासा हुआ है। सीबीआई की धनबाद एंटी करप्शन ब्रांच ने इस मामले में प्रमोशन पाने वाले बीएसएल, सीओएल और एसआरयू के 16 कर्मियों के अलावा भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधीन चलने वाली मिनी रत्न कंपनी मेसर्स ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (बीईसीआईएल) के अज्ञात अधिकारियों व अन्य को आरोपी बनाते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
पैसे लेकर दिया गया प्रमोशन ?
जानकारी के मुताबिक कंपनी और कर्मियों ने ओएमआर शीट में भी गड़बड़ी करने का काम किया था।असल बीईसीआईएल ने ही प्रमोशन के मद्देनजर कर्मियों की लिखित परीक्षा ली थी।छह नवंबर 2022 को बीएसएल के गैर राजपत्रित कर्मियों के एग्जीक्यूटिव ग्रेड (जूनियर ऑफिसर) पद पर प्रमोशन के लिए बीईसीआईएल ने परीक्षा ली थी। आरोप है कि परीक्षा में पैरवी और पैसों का खुलकर खेल हुआ। भारी गड़बड़ी और अनियमितता के बीच 16 कर्मियों को परीक्षा में सफल बताते हुए उन्हें प्रमोशन के लिए योग्य बताया गया। परीक्षा पर चारों ओर से सवाल खड़ा होने के बाद विजिलेंस ने मामले की जांच की। जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय ने विजिलेंस डायरेक्टर नीरज अग्रवाल ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी।
किन-किन पर हो रही है जांच
गलत तरीके से प्रमोशन पाने वाले में लजीत सिंह, बीएसएल, बोकारो बलराम कुमार, बीएसएल, बोकारो कुमार सौरभ, बीएसएल, बोकारो मिस्बाहुद्दीन अंसारी, बीएसएल, बोकारो सनोज कुमार, बीएसएल, बोकारो अंबारापु रामनम्मा, बीएसएल, बोकारो रमेश प्रसाद राय, बीएसएल, बोकारो सुलेमान अंसारी, बीएसएल, बोकारो विजय कुमार, बीएसएल, बोकारो बलवंत कुमार, बीएसएल, बोकारो ज्योति कुमारी, बीएसएल, बोकारो राजेश कुमार लकड़ा, बीएसएल, बोकारोसत्येंद्रनाथ पाठक, बीएसएल, बोकारो विजय कुमार, बीएसएल, बोकारो मनोज कुमार, सेल सीओएल ओम शंकर सिंह, सेल एसआरयू बीईसीआई के अज्ञात अफसर व अन्य है शामिल ।