रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में सत्ता पक्ष के विधायकों की मंगलवार शाम को बैठक हुई। दो घंटे से ज्यादा समय तक चली बैठक में राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, आरजेडी विधायक और मंत्री सत्यानंद भोक्ता के साथ मंत्रिमंडल के सभी सदस्य मौजूद थे।
शाम को हुई विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन मौजूद नहीं थी, जबकि दोपहर में हुई बैठक में वो सत्ता पक्ष के विधायकों के साथ मौजूद थी। विधायक सीता सोरेन, बसंत सोरेन, रामदास सोरेन और चमरा लिंडा जो सभी जेएमएम के विधायक है, मौजूद नहीं थे। सीता सोरेन के बारे में बताया गया कि वो दिल्ली में निजी कार्यो से गई हुई है, रामदास सोरेन दिल्ली में है और उनकी तबियत ठीक नहीं है। चमरा लिंडा राजधानी से बाहर होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके।
बुधवार को दोपहर एक बजे मुख्यमंत्री से ईडी जमीन घोटाला मामले में पूछताछ करेगी। उससे पहले विधायक दल की बैठक को राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है। इस बैठक में हर परिस्थितियों ने निपटने को लेकर चर्चा की गई। कहा जा रहा है कि बैठक में शामिल सभी विधायकों के हस्ताक्षर लिये गए है ताकि ईडी की कार्रवाई को देखते हुए उत्पन्न परिस्थ्यिं के अनुरूप फैसले लिये जा सके।
बैठक के बाद सीएम हादस से बाहर आये कांग्रेस विधायक और मंत्री बन्न गुप्ता ने कहा कि सारे विधायक मजबूती के साथ मुख्यमंत्री के साथ खड़े है। जो भी परिस्थति बनेगी उसमें हम सब मुख्यमंत्री के साथ खड़े है। विधायकों के हस्ताक्षर लिये जाने के सवाल पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि आत्मरक्षा के लिए निर्णय लिया गया है। हर कोई अपने आत्मरक्षा के लिए निर्णय लेने को स्वतंत्र है।