रांची: इस वक्त की सबसे बड़ी खबर राजनीतिक गलियारे से आ रही है ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने इस्तीफा दे दिया है। मिजोरम के राज्यपाल हरिबाबू गरडिया को ओडिशा का राज्पाल बनाया गया है। रघुवर दास के इस्तीफे ने झारखंड की राजनीति में नया मोड़ आ गया है।
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केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का राज्यपाल बनाया गया है।माना जा रहा है रघुवर दास सक्रिय राजनीति में इंट्री कर सकते है। वो झारखंड या राष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सके।अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया। मिजोरम के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति को ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त किया गया। विजय कुमार सिंह को मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किया गया। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया।
रघुवर दास का राजनीतिक परिचय
3 मई 1955 में जन्मे 69 वर्षीय रघुवर दास ने जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से 1995 में पहली बार जीत हासिल की थी। इसके बाद वर्ष 2000 में भी लगातार दूसरी बार जीत हासिल की। अलग झारखंड राज्य बनने के बाद रघुवर दास राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के कार्यकाल में मंत्री बने। रघुवर दास ने 2005, 2009 और 2014 में भी जमशेदपुर पूर्वी सीट से जीत हासिल की। इस दौरान लंबे समय विभिन्न विभागों के मंत्री रहे और 2014 में जब बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनी, तो रघुवर दास पूरे पांच वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे। लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से उन्हें अपने ही मंत्रिमंडलीय सहयोग सरयू राय से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। सरयू राय ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर 2019 में बीजेपी उम्मीदवार रघुवर दास को पराजित कर सभी को चौंका दिया था। इसके कुछ महीने बाद रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल बनाने का फैसला लिया गया, जिसके बाद रघुवर दास ने बीजेपी के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया था। वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में भी रघुवर दास झारखंड की राजनीति से दूर रहे, लेकिन उन्होंने अपनी बहू पूर्णिमा साहू को जमशेदपुर पूर्वी सीट से जीत दिलाने में सफलता हासिल की।