लोहरदगाः पुलिस के नाम आते ही बेगुनाह आदमी भी डर जाता है । लोगों के जेहन में वर्दी का खौफ ऐसा की इंसाफ तो क्या लोग पुलिस से मदद मांगने भी डरते हैं । पुलिस की इसी छवि को बदलने की कोशिश हो रही है झारखंड के लोहरदगा जिले में जहां हारिस बिन जमां के नेतृत्व में जहां जन शिकायत समाधान में बेखोफ हो कर लोगों ने अपनी समस्याओं को झारखंड के बड़े पुलिस अधिकारियों के सामने रखा ।
जन शिकायत समाधान कार्यक्रम
लोहरदगा सदर प्रखंड स्थित नगर भवन में बुधवार को आयोजित हुआ जन शिकायत समाधान कार्यक्रम। यह आयोजन पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता के निर्देश पर, लोहरदगा पुलिस की पहल पर किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रांची जोन के पुलिस महानिरीक्षक असीम विक्रांत मिंज और लोहरदगा के पुलिस अधीक्षक हारिस बिन जमां ने भी भाग लिया।
लोगों ने बेखौफ समस्याओं का समाधान मांगा
इसमें जिलेभर से लोग अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से उनका समाधान मांगा। कुछ ने लिखित शिकायतें दीं, तो कुछ ने मौखिक रूप से अपनी समस्याएं रखीं।
आईजी असीम विक्रांत मिंज ने इस अवसर पर कहा, “यह जन शिकायत समाधान कार्यक्रम लोगों के लिए है, जहां उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा। यह झारखंड सरकार और पुलिस की एक बड़ी पहल है, जिससे जनता को फायदा होगा।” उन्होंने लोगों से अपील की, “आप अपनी शिकायतों को बिना किसी डर के पुलिस के सामने रखें। पुलिस हमेशा आपके साथ है।”
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कार्यक्रमों में मिली शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है और जो शिकायतें आज मिली हैं, उन पर भी त्वरित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस शिकायतकर्ताओं से फोन पर भी संपर्क करती है, ताकि उन्हें कार्रवाई की जानकारी दी जा सके।
ऑन लाइन और ऑफ लाइन शिकायतों की सुविधा
लोहरदगा पुलिस अधीक्षक हारिस बिन जमां ने बताया, “इस कार्यक्रम का उद्देश्य है, लोगों की समस्याओं का शीघ्र समाधान। लोग अपनी शिकायतें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दर्ज करा सकते हैं।” इस कार्यक्रम में आए कुल 42 मामले, जिनमें साइबर क्राइम और महिला हिंसा जैसी गंभीर शिकायतें भी शामिल थीं, उन पर संबंधित थाना प्रभारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
यह कार्यक्रम लोहरदगा में पुलिस की ओर से आयोजित तीसरी बार था, और इसमें अब तक मिली शिकायतों में से आधे मामलों का समाधान किया जा चुका है।