जर्मनी में भारत जैसा किसान आंदोलन हो रहा है । जी हाँ ठीक उसी अंदाज में जिस तरह भारत में किसानों ने क़रीब एक साल तक दिल्ली पंजाब यूपी और हरियाणा में ज़बरदस्त आंदोलन किया था । जर्मनी में भी हज़ारों की संख्या में किसान राजधानी बर्लिन की ओर बढ़ रहे हैं । किसानों के साथ पाँच हज़ार से ज्यादा ट्रैक्टर भी चल रहे हैं जिसके वजह से पूरी यातायात व्यवस्था चरमरा गई है । दरअसल जर्मनी के किसान वहां की सरकार की उस योजना का विरोध कर रहे हैं जिसके तहत कृषि सब्सिडी में भारी कटौती की गई है । जर्मनी के विपक्षी नेता फेड्रिक मेर्ज ने किसानों का समर्थन किया है। जर्मनी में किसान डिजल में मिलने वाली सब्सिडी को खत्म करने का विरोध कर रहे हैं । जर्मनी के कई राज्यों के नेता बर्लिन पहुँच कर विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की तैयारी में है।
इधर प्रदर्शनकारियों को एक बेक़ाबू कार ने कुचलने की कोशिश की । जर्मनी पुलिस इसकी जाँच कर रही है कि क्या ये जानबूझकर कर किया गया है या फिर अनजाने में हादसा हुआ ।
किसानों का ये प्रदर्शन पूरी जर्मनी में हो रहा है । अकेले म्यूनिख में साढ़े पाँच हज़ार ट्रैक्टर ने हाईवे पर क़ब्ज़ा कर लिया है । कई जगहों पर बीस किलोमीटर लंबा जाम लग गया । इधर सरकार ने कहा है कि कृषि सब्सिडी में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा ।
किसानों के प्रदर्शन की वजह से कार कंपनी फ़ॉक्सवैगन की फैक्ट्री में काम रुक गया है क्योंकि कामगार पहुँच नहीं पा रहे हैं ।
भारत में किसानों ने तीन क़ानूनों के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन किया था । इस प्रदर्शन में कई लोगों की जान भी गई थी । किसानों के दवाब की वजह से प्रधानमंत्री को तीनों कानून वापस लेने पड़े थे और किसानों से माफ़ी माँगनी पड़ी थी ।