लोहरदगाः जिले के मिलन चौक स्थित टाइनी टास्क और त्रिवेणी कॉन्वेंट में वार्षिक उत्सव, रंगारंग कार्यक्रम के साथ धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पुलिस उपमहानिरीक्षक नौशाद आलम ने कहा कि इस विद्यालय के बच्चों की प्रतिभा अचंभित करने वाली है छोटे-छोटे बच्चों ने विविध कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का दर्शन जिस रूप में कराया उसे देखकर पूर्ण विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि ये बच्चे वास्तव में भविष्य में अपने परिवार, जिला, राज्य और देश का नाम रोशन करने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। विद्यालय के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व विधान पार्षद प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि जिस बाग में सतरंगी फूल खिले होते हैं वही बाग देखने में सुंदर और मनमोहन लगते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय की स्थापना काल से ही इस विद्यालय को शिक्षा के क्षेत्र में अनूठा बनाने का मेरा संकल्प था और आज इन छोटे-छोटे बच्चों की प्रतिभा को देखकर में प्रफुल्लित मन से कह सकता हूं कि यहां के शिक्षकों ने काफी परिश्रम से इन्हें गढने का कार्य किया है और अभिभावकों का सहयोग भी सराहनीय रहा है। हमारा शुरू से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास करना लक्ष्य रहा है। और हम इसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, आधुनिक टेक्नोलॉजी और विज्ञान के साथ कला पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है । विद्यालय के डायरेक्टर आजातशत्रु ने, विद्यालय विकास से संबंधित भाभी योजनाओं की विस्तार से रूपरेखा रखा जबकि प्रबंधक और शैक्षणिक मार्गदर्शिका जानवी सिंह ने आगत अतिथियों एवं अभिभावकों के समक्ष विद्यालय में संचालित संपूर्ण गतिविधियों को विस्तार से रखने का काम किया । उल्लेखनीय है कि वार्षिक उत्सव का आयोजन टाइनी टास्क के एडमिनिस्ट्रेटर मिस्टर रघुवीर शर्मा की देखरेख में किया गया । उत्सव में कक्षा एल केजी से कक्षा 5 तक के सभी छात्र -छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया ।इस कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश जी के समक्ष दीप प्रज्वलन मिस्टर प्रवीण कुमार सिंह , मिसेस जाह्नवी सिंह, मिस्टर अजातशत्रु, ,मिस्टर रघुवीर शर्मा, और मिस्टर शंकर झा ने किया । इस कार्यक्रम में विद्यालय के सभी शिक्षक -शिक्षिकाएं और अभिभावक गण उपस्थित थे । बच्चों ने अनेक कार्यक्रम जैसे राजस्थानी नृत्य, गणेश वंदना, तेलांगाना नृत्य, , मणिपुरी नृत्य , डिस्को डांस, पहाड़ी नृत्य, कव्वाली ,तथा हिंदी और अंग्रेजी में भाषण प्रस्तुत किया , जो कि बड़ा ही मनमोहक और लुभावना था। इस कार्यक्रम के मंच संचालक हिज्जा आलिया , जैनब कशिश, खुश केसरी, उत्कर्ष कुमार ,अभिरूप शौर्य, रितिका उरांव, आर्यन कुमार, सांची कुमारी, नवसीन आरा, अयांश राय , अल्पेश टोप्पो, आश्रित भगत , विक्रांत राज, आरुषि सौम्य मेहता, जयेश मंयक, लक्ष्मी भगत और यस्मित उरांव थे। इस वार्षिक उत्सव को मनाने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में आत्मसंयम ,विद्यालय की प्रगति में सहयोग देना और अभिभावकों से संपर्क स्थापित करना होता है। टाइनी टास्क की डायरेक्टर मिसेस जाह्नवी सिंह ने बच्चों को बताया कि वार्षिक उत्सव का बच्चे और शिक्षक बड़ी उत्सुकता से इंतजार करते हैं ,क्योंकि चारों ओर उत्साह और तमाम गतिविधियां दिखाई देती है ।बच्चों को थोड़ा कम पढ़ने का बहाना मिल जाता है ।यही एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें बच्चे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। पूरे वर्ष पढ़ाई के साथ-साथ इस तरह के कार्यक्रम का होना भी जरूरी होता है ,जिससे शिक्षक बच्चों की कुशलताओं को समझ सके। इस वार्षिक उत्सव को कराने से आत्मविश्वास तो बढ़ता ही है ,साथ ही बच्चे एकजुट होकर कार्य करना भी सीखते हैं ।इस उत्सव को कराने में बच्चों के साथ सभी शिक्षिकाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहता है, जैसा कि आप देख रहे हैं। हमारी कोशिश रहती है कि हम पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को अन्य गतिविधि जैसे नृत्य, खेल आदि में भी बढ़ने का मौका दें ,ताकि बच्चे अपने लक्ष्य को पा सके और लोहरदगा का पूर्ण विकास करने में मदद करें।
झारखंड के डी आई जी नौशाद आलम ने भी बच्चों के नृत्य का सराहना करते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यालय में अनेक अवसरों पर मुलत: सभी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जैसे स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस ,बाल दिवस, शिक्षक दिवस ,गांधी जयंती, सरस्वती पूजा, आदि अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। किंतु वर्ष में लगभग सत्र की समाप्ति के दौरान एक विशेष उत्सव का आयोजन किया जाता है जिसे वार्षिक उत्सव कहते हैं। वार्षिक उत्सव के अवसर पर विशेष रूचि तथा कलात्मक प्रतिभा रखने वालों को भी अपनी कलाएं और रूचियां प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त होता है। इस बहाने बच्चों के अभिभावक विद्यालय आकर बच्चों की प्रगति देखते हैं। वार्षिक उत्सव का उद्देश्य मनोरंजन ही नहीं बल्कि सभी छात्र-छात्राओं की रुचियों और प्रगति का लेखा-जोखा जानना होता है। इस आयोजन में सभी विद्यार्थियों को नये उत्साह और प्रेरणा की अनुभूति होती है। बच्चों और शिक्षक- शिक्षिकाओं ने काफी मेहनत किया तब जाकर इतना सुंदर कार्यक्रम देखने को मिला । बच्चे इसी तरह से आगे बढ़ते रहें और अपने लोहरदगा का नाम रोशन करते हुए आगे बढ़े। बच्चों पढ़ाई में ही नहीं बल्कि खेलकूद और अन्य गतिविधियों में भी भाग लेकर अपने जिले का नाम रोशन करें।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मिस्टर प्रवीण कुमार सिंह ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप सभी ने जितने भी नृत्य प्रस्तुत किया वे सभी बड़े ही मनमोहक और सराहनीय थे ।ऐसा कार्यक्रम बड़े-बड़े विद्यालयों में ही देखने को मिलती है ।आप लोगों ने पढ़ाई के साथ साथ नृत्य का प्रशिक्षण पूरी लगन से किया, इसलिए यह वार्षिक उत्सव काफी प्रशंसनीय है। ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन बड़े बड़े शहरों के विद्यालयों में ही देखने को मिलती है ।लेकिन जो असंभव था उसे आप सभी ने संभव कर दिखाया। इसी प्रकार आप सभी छात्र-छात्राएं आगे बढ़े तथा अभिभावकों का नाम रोशन करें। आप सभी बच्चे हमेशा अनुशासन में रहें ।वार्षिक उत्सव में सहयोग देने से सामूहिक रूप से कार्य करने की भावना आती है , तथा अच्छे नागरिक बनने की शिक्षा मिलती है । वार्षिक उत्सव मनाने का हमारा प्रयोजन है, छात्रों में सामाजिकता सामूहिकता और संगठनात्मकता की भावना विकसित करना ।यह एक ऐसा उत्सव है जहां विद्यालय के सभी छात्र -छात्राएं भाग लेते हैं। साथ ही विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं ।उनमें सांस्कृतिकता की भावना विकसित होती है ।हालांकि आजकल यह सब पश्चिमी सभ्यता से प्रभावित हो गया है इसके पश्चात विद्यालय की वर्तमान स्थिति और परीक्षा परिणाम तथा विद्यालय विकास की प्रगति के बारे में कहा ।उन्होंने विद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर मिस्टर रघुवीर शर्मा को भी धन्यवाद दिया क्योंकि उन्होंने अपनी देखरेख में सारा कार्यक्रम कराया था। अभिभावकों , बच्चों और शिक्षकों को भी धन्यवाद कहा जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया ।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोरमा केसरी , वंदना सिंह, रंजना सिंह मिस मोनिका , मिस निकिता, , रूबी अग्रवाल , मिसेस रेणु ,मिस सीनू, मिस सगुप्ता ,मिसेस ऊषा, मिस शिवानी,, मिस आंचल, मिसेस विनीता, मिस उषा,मिस आंचल शिवानी, ,मिसेस अर्चना, मिसेस नीलम ,मिस स्नेहा, मिसेस रानी, मिस रिमझिम ,मिस तनु ,मिस प्रियंका,मिस श्रुति, मिस आरती आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।