दिल्ली: शिक्षाविद और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के मौजूदगी में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली है। आम आदमी पार्टी के दफ्तर में जाकर अवध ओझा के प्रेस कांफ्रेंस कर आधिकारिक तौर पर अवध ओझा ने आप की सदस्यता ली।
#WATCH अवध ओझा AAP पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और AAP नेता मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए।@Avadhojhaupsc @AamAadmiParty @ArvindKejriwal #Awadh_ojha pic.twitter.com/MagsHjzlAE
— Live Dainik (@Live_Dainik) December 2, 2024
विक्रांत मेसी ने 37 साल की उम्र में एक्टिंग से रिटायरमेंट का ऐलान कर सबको चौंकाया, 2023 में दी थी करियर की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर
अवध ओझा यूपी के गोंडा जिले से ताल्लुक रखते है। UPSC की तैयारी कराने के साथ साथ मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर अवध ओझा ने ख्याति प्राप्त की है। वह UPSC एस्पिरेंट्स के बीच ओझा सर के नाम से लोकप्रिय हैं। उनका पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है. उनकी शुरुआती शिक्षा गोंडा में ही हुई। उन्होंने अपना ग्रेजुएशन गोंडा के फातिमा इंटर कॉलेज से किया।
Bihar CHO Exam Paper Leak: बिहार में एक और पेपर लीक! रद्द की गई परीक्षा
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी अपने आप को कांग्रेस और बीजेपी के मुकाबले मजबूत रखना चाहती है। आप ने पहले ही कह दिया है कि वो दिल्ली विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। आप की सदस्यता लेने के बाद अवध ओझा ने कहा कि आज से मैं अपनी इस राजनीतिक पारी की शुरुआत कर रहा हूं। अवध ओझा को पार्टी ज्वाइन कराते हुए केजरीवाल ने कहा कि अवध ओझा जी शिक्षा के क्षेत्र में इस देश का जाना माना नाम है। करोड़ छात्रों को शिक्षा दी, रोजगार के लिए तैयार किया। बच्चों को प्रेरणा दी।
AAP में शामिल होने के बाद अवध ओझा ने कहा, “मैं अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे राजनीति में आकर शिक्षा के लिए काम करने का अवसर दिया। शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो परिवार समाज और राष्ट्र की आत्मा है। जितने भी देश दुनिया में महान हुए उनकी पृष्ठभूमि में कहीं ना कहीं शिक्षा का योगदान रहा। आज मैं अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत पर एक बात साझा करना चाहता हूं कि राजनीति में आकर शिक्षा का विकास मेरा सर्वोत्तम उद्देश्य है।” “दिल्ली के सरकारी स्कूल में 12वीं का रिजल्ट 97% है। 2015 में सरकारी स्कूल के केवल 15 बच्चों ने IIT-JEE MAINS क्वालीफाई किया था, इस बार 783 रहा। मेरा हमेशा नारा है कि शिक्षा शेरनी का दूध है जो पीएगा वो दहाड़ेगा।”