झारखंड चुनाव को लेकर भाजपा और झामुमो के बीच सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर 25 लाख रुपए में JSSC-CGL की एक सीट बेचने का आरोप लगाया। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ने के बाद हेमंत सरकार ने युवाओं के सुनहरे भविष्य को बर्बाद करने का निर्णय लिया है।
इसी का नतीजा है कि नौकरी देने के नाम पर सीट बेची जा रही है। छात्रों के भविष्य और सपनों की कीमत लगाकर हेमंत सोरेन एवं उनके सहयोगी अपना पेट भरने में मस्त है, एक एक सीट के लिए 25 – 25 लाख रूपए तक की बोली लग रही है।’ इस पोस्ट पर सीएम हेमंत सोरेन ने टैग करते हुए जवाब दिया।
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50 साल के लिए जेल डाल दीजिए: सीएम सोरेन
सीएम सोरेन ने बाबूलाल मरांडी के पोस्ट पर लिखा, ‘आपके पास ED है, CBI है और दुनिया की सभी एजेंसियों का कुनबा है। आप किसी भी एजेंसी से जांच करवा लीजिए- अगर युवाओं के मुद्दों पर एक गलती निकल जाए तो मुझे 5 महीने नहीं 50 साल के लिए जेल डाल दीजिए। मैं उफ्फ नहीं करूंगा।’
हार देख छाती पीटना बंद कीजिए: भाजपा
हेमंत सोरेन के जवाब पर भाजपा झारखंड के आधिकारिक एक्स हैंडल से रिप्लाई दिया गया। सीएम सोरेन को टैग कर लिखा गया कि ‘हार नजदीक देख जबरन की छाती पीटना बंद कीजिए! जब केंद्रीय एजेंसियां खुलकर जांच करने पर उतारू होती हैं तब आप राज्य सरकार की परमिशन लिए बिना जांच करने को मना कर देते हैं। आप जरा एक बार हिम्मत करके ED और CBI को खुली छूट देकर काम करने की परमिशन तो दीजिये, गलती भी निकलेगी, सजा भी होगी और हां इन सबके बीच एक बार भी उफ्फ मत करियेगा प्लीज’
हिम्मत है तो सामने से लड़ो: हेमंत सोरेन
इस पूरे मामले पर सीएम हेमंत सोरेन ने एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ‘अगर हिम्मत है तो सामने से लड़ो। कायर अंग्रेजों की तरह लगातार पीछे से वार क्यों? कभी ED, कभी CBI, कभी कोई एजेंसी, कभी कोई और। अब अरबों रुपए खर्च कर दिए मेरी छवि बिगाड़ने में। अजब हालात है।’
मां का दूध पिया है तो सामने आ जाओ: झामुमो
एक्स पर मचे बवाल को लेकर झामुमो नेता मनोज पांडेय ने कहा, ‘यह पूरी लड़ाई असली 56 इंच और नकली 56 इंच के बीच है। हम झारखंडी लोग लड़ते हैं और जीतते हैं। ये 56 इंच का नारा देते हैं लेकिन काम वैसा कुछ नहीं करते हैं। ये ईडी, सीबीआई, चुनाव आयोग, को आगे कर देते हैं। क्यों हेलीकॉप्टर रुकवा देते हो? झारखंड में आए हो गुजरात से, असम से, एमपी से, और यहां झारखंडी को इसी जमीन पर चुनौती दोगे? मां का दूध पिया है तो सामने आ जाए। राजनीतिक लड़ाई सुचित से लड़ो।’