रांची: मंत्री आलमगीर आलम से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पूछताछ शुरू कर दी है। ईडी रिमांड के पहले दिन आलमगीर आलम ने जहांगीर आलम से किसी भी तरह के संबंध से इंकार किया। उन्होने ईडी की पूछताछ में बताया कि जहांगीर से न किसी तरह का कोई संबंध है और न ही उसे वो पहचानते है। जहांगीर के घर पर मिले रूपयों से उनका कोई संबंध नहीं है। उनके पास रूपयों के संबंध में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है।
वही दूसरी ओर ईडी की रिमांड पर पहले से रह रहे संजीव लाल और जहांगीर आलम पूछताछ जारी है। ईडी ने टेंडर में कमीशनखोरी के मामले में 6 मई को संजीव लाल और जहांगीर आलम के घर छापेमारी कर 32.20 करोड़ कैश बरामद किया था। इसके साथ ही कैश के बीच में कई तरह की पुर्चियां भी निकली थी जिसमें कैश देने और लेने वालों के साथ कमीशन की भी बातें लिखी गई थी। ईडी ने छापेमारी और जब्त कागजातों के आधार पर इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। इनसे पूछताछ के बाद ही मंत्री को 14 मई को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। मंत्री आलमगीर आलम से ईडी ने 14 मई को करीब 10 घंटे पूछताछ की थी और उसके बाद छोड़ दिया था और अगले दिन फिर दस्तावेजों के साथ पूछताछ के लिए बुलाया था। 15 मई को उन्हे 6 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। ईडी रिमांड के पहले दिन 17 मई को ईडी ने उनसे पूछताछ शुरू की। ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से संबंध से लेकर जहांगीर आलम के साथ संबंध को लेकर आलमगीर आलम से ईडी ने पूछताछ की।