लोहरदगा : झारखंड सरकार के मंत्री और कांग्रेस विधायक रामेश्वर उराँव को उस वक़्त भारी फ़ज़ीहत का सामना करना पड़ा जब रायशुमारी के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने की और स्थानीय उम्मीदवार को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। आलम ये हो गया कि रामेश्वर उराव को मीटिंग छोड़कर जाना पड़ा ।
ग़ौरतलब है कि झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश के बाद लोहरदगा जिला कांग्रेस कमेटी ने 24 सितंबर को प्रदेश कांग्रेस द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक भीम कुमार की उपस्थिति में कांग्रेस कार्यालय राजेन्द्र भवन में झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारी एवं कांग्रेस जनों से प्राप्त आवेदन पर विचार-विमर्श को लेकर बैठक की । कांग्रेस जिलाध्यक्ष सकी अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार चयन को लेकर कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही राय शुमारी में जमकर हंगामा हुआ।
लोहरदगा मांगे स्थानीय प्रत्याशी सुन रायशुमारी से भागे रामेश्वर उरांव, कांग्रेसियों ने जमकर काटा बवाल, सुखदेव भगत ने भी खोला मोर्चा
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विधानसभा चुनाव में स्थानीय उम्मीदवार की बात पर कांग्रेसी कार्यकर्ता अड़े रहे। जिस कारण लोहरदगा के विधायक-सह-मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव बैठक के बीच से निकलकर चल दिए। कांग्रेसी कार्यकर्ता इस बार किसी भी परिस्थिति में बाहरी उम्मीदवार को स्वीकार करने के मूड में नहीं दिखे। रायशुमारी में 95 प्रतिशत कांग्रेस कार्यकर्ता एवं नेताओं ने स्थानीय उम्मीदवार को लोहरदगा विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी बनाने की मांग की।
हालांकि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि पार्टी आलाकमान का निर्णय सर्वमान्य होगा। आलाकमान हमारी भावनाओं का जरूर आदर करेगी। कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी की रायशुमारी में आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार चयन को लेकर कांग्रेस के प्रदेश पर्यवेक्षक भीम कुमार एवं एआईसीसी के पर्यवेक्षक अमरजीत भगत व जशपुर के पूर्व विधायक विनय भगत ने राजेंद्र भवन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन बातचीत कर उनकी भावनाओं से अवगत हुए। बैठक में स्थानीय सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि लोहरदगा को चारागाह नहीं बनने दिया जाएगा। स्थानीय आदिवासी को उनका हक मिलना चाहिए। इसके लिए वह राष्ट्रीय स्तर तक लड़ेंगे।
सुखदेव भगत ने कहा कि वह राहुल गांधी को बधाई देना चाहते हैं कि वे आगामी चुनाव में कार्यकर्ताओं की राय को लेकर प्रत्याशी चुनने का जो निर्णय लिए हैं उससे पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हुआ है। सुखदेव भगत ने कहा कि उनके लिए कार्यकर्ता ही सर्वोपरि होता है। सांसद ने कहा कि कांग्रेस संगठन पैसे से नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं के भावनाओं से चलती है। लोहरदगा के बाहर के व्यक्ति आखिर लोहरदगा में अपनी उम्मीदवारी के लिए आवेदन ही क्यों करते हैं, उन्हें तो अपने विधानसभा क्षेत्र में ही चुनाव लड़ने के लिए आवेदन करना चाहिए।
सुखदेव भगत ने कहा कि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को वे राष्ट्रीय स्तर के शीर्ष नेताओं को बताएंगे ताकि उनका हक मिल सके। लोहरदगा के विधायक-सह-मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि कांग्रेस की बैठक में पहले ऐसा नहीं होता था। वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सम्मान करते हैं, पार्टी का निर्णय अंतिम होगा। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुखैर भगत ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर से आए हुए पार्टी पर्यवेक्षक के समक्ष कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अपनी भावना को रखने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सभी को अपनी बात रखने का पूरा हक है।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि संगठन से बड़ा कोई नहीं होता है। संगठन का निर्णय सर्वमान्य होगा। बैठक में लोहरदगा विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारी करने वालों में सुखैर भगत (कांग्रेस जिलाध्यक्ष), डा. रामेश्वर उरांव (वर्तमान विधायक), विनोद सिंह खेरवार (कांग्रेस के पेशरार प्रखंड अध्यक्ष), जगदीप भगत (कांग्रेस के प्रदेश सचिव), प्रभात कुमार भगत (कांग्रेस के जिला महासचिव), रीना कुमारी भगत (जिला परिषद अध्यक्ष), रामा खलखो (रांची की पूर्व महापौर), अभिनव सिद्धार्थ (युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव), विशाल डुंगडुंग (युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष) एवं दिलीप कुमार टोप्पो (सेवानिवृत आईएएस अधिकारी) के साथ-साथ जिला व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी एवं सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।