रांचीः झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा आयोजित 10ᵗʰ और 12ᵗʰ की परीक्षा में पेपर लीक का खेल सबसे ज्यादा Telegram पर खेला जा रहा है । जी हां JAC के 10ᵗʰ के हिन्दी और साइंस के पेपर लीक के बाद रद्द होने के बाद भी इस बात की कोई गारंटी नहीं की पेपर लीक नहीं होगा। सोशल मीडिया एप्प Telegram पर तो छात्रों के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है ।
10ᵗʰ और 12ᵗʰ के पेपर लीक का खेल
Telegram पर सर्च करने पर फौरन ही कई रिजल्ट आ जा रहे हैं और इसमें चैट करने और इसके चैट बॉक्स में साफ तौर से झलक रहा है कि पेपर लीक करने की कोशिश की जा रही है। JAC के 10ᵗʰ के साइंस का पेपर तो Telegram पर खुलेआम शेयर किया जा रहा था वो भी एग्जाम से चौबीस घंटे पहले ।
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Telegram पर बेचे जा रहे हैं प्रश्नपत्र?
इस चैट के जरिए समझा जा सकता है कि कैसे छात्रों और अभिभावकों को लालच देकर लूट की साजिश रची जा रहा है । monnuu774 नाम का यूजर बता रहा है कि प्रश्न पत्र लेना है तो पैसे जमा करो । जितने ज्यादा पैसे जमा होंगे उतने ही कम कीमत होगी ।
इसी तरह से कई यूजर संस्कृत का पेपर मांग रहे हैं तो कोई पूछ रहा है कि JAC का कोई स्टाफ है क्या ग्रुप में ।
इस तरह के कई ग्रुप टेलीग्राम पर बनाए गए हैं जहां या तो पेपर लीक किया जा रहा है या पेपर लीक के नाम पर मासूम छात्रों के साथ ठगी की जा रही है ।
JAC के बूते में जांच?
सबसे बड़ी बात ये है कि मोबाइल पर इस तरह ग्रुप बनाना बेहद ही आसान है और इसके जरिए हर एग्जाम में पेपर लीक का धंधा चलता है। अब सवाल ये उठता है कि क्या झारखंड एकेडमिक काउंसिल के पास इतनी शक्ति और क्षमता है कि इंटरनेट की दुनिया के जाल से पेपर लीक माफिया को धर सके ।
बताया जा रहा है कि कोडरमा से पेपर लीक हुआ है। बिहार की सीमा से सटे होने की वजह से यहां कोचिंग माफिया का जबरदस्त गिरोह काम करता है । पुलिस प्रिंस की तलाश कर रही है। पहले भी कोडरमा, हजारीबाग में पेपर लीक के तार जुड़ चुके हैं । चाहे वो NEET का एग्जाम ही क्यों नहीं हो यह इलाका पेपर लीक करने वाले माफिया के लिए हब बनता जा रहा है।