जामताड़ा से बीजेपी की प्रत्याशी सीता सोरेन का दर्द झलका है। रांची में अचानक से प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर सीता सोरेन ने जामताड़ा से टिकट देने के लिए शुक्रिया अदा तो किया लेकिन अपनी बेटी को टिकट नहीं मिलने पर अफ़सोस ज़ाहिर किया।
बेटी को टिकट क्यों नहीं
सीता सोरोन ने कहा कि मेरी बेटी को भी तो टिकट मिलता तो अच्छा रहता। उन्होंने कहा कि जामा सीट उनके पति दुर्गा सोरेन और ससुर शिबू सोरेन की विरासत है इसलिए ख़ास लगाव है। ग़ौरतलब है कि जामा सुरक्षित सीट है और सीता सोरेन क़ानूनी वजह से वहाँ से चुनाव। नहीं लड़ सकती है। माना जा रहा था कि सीता सोरेन की बेटियों में से किसी को टिकट मिल सकता है। सीता सोरेन जामा विधानसभा से राजश्री या जयश्री के लिए टिकट चाह रहीं थीं।
सीता सोरेन की बेटियां राजनीति में सक्रिय
ग़ौरतलब है कि बीजेपी में इस बार कई नेताओं के परिवार वालों को टिकट दिया गया है। घाटशिला से चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन, जमशेदपुर पूर्वी से रघुवीर दास की बहू और अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को टिकट दिया गया हैं। लिहाज़ा सीता सोरेन भी अपनी बेटियों के लिए टिकट चाह रही थीं