रांची : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रांची केंद्रीय विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में शामिल हुई। उनके साथ इस समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी मौजूद रही।
राष्टपति ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड केन्द्रीय विश्वविद्यालय के Campus के पास से ही स्वर्णरेखा नदी बहती है। और ऐसा कहा जाता है कि स्वर्णरेखा नदी के जल-सेवन मात्र से ही मनुष्य को ज्ञान की प्राप्ति हो जाती है। ऐसी भूमि और नदी के सान्निध्य में शिक्षा प्राप्त करना आपके लिए सौभाग्य की बात है।
स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली बेटियों को मैं विशेष रूप से शुभाशीष देती हूँ। प्रत्येक बाधा एवं अवरोध को पार करके आपके द्वारा प्राप्त की गई सफलता, हमारे समाज के लिए तथा सुनहरे भविष्य का सपना सँजोने वाली हर बेटी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
आप आज प्रतिज्ञा लें कि आप जिस क्षेत्र में कार्यरत होंगे, वहाँ एक समृद्ध एवं विकसित भारत के निर्माण के लिए कार्य करेंगे, एक ऐसे समाज के निर्माण के लिए कार्य करेंगे जहां समरसता हो और जहां प्रत्येक व्यक्ति का जीवन गरिमापूर्ण हो। आपको हमेशा यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि आपके कार्य से पिछड़े या वंचित वर्ग के व्यक्ति लाभान्वित होंगे या नहीं।
मैं यहाँ उपस्थित सभी लोगों से यह कहना चाहती हूँ कि जनजातीय लोग भी अब विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। हम सब जानते हैं कि जनजातीय लोगों के पास पारंपरिक ज्ञान का भंडार है। उनकी जीवन शैली में अनेक ऐसी परम्पराएँ हैं जो अन्य लोगों और समुदायों के जीवन को भी बेहतर बना सकती हैं।