गिरिडीहः देवघर में अपने परिवार के साथ बाबा बैद्यानाथ धाम में पूजा अर्चना करने के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची लौटते समय गिरिडीह का दौरा किया और गिरिडीह में होली के दिन हुई हिंसा को लेकर सरकार और स्थानीय जिला प्रशासन पर निशाना साधा।
गिरिडीह के घोड़धंबा में हुई हिंसा के बाद पूर्व सीएम @dasraghubar ने SP की फोन पर लगाई क्लास@BJP4Jharkhand @JmmJharkhand @INCJharkhand @ajsupartyjh @bjpcpsingh @yourBabulal @kumarsudivya @MundaArjun @JairamTiger @JbkssArmy @YogendraGomia @JMM_Giridih #JharkhandUpdate pic.twitter.com/M7bEUcFPti
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गिरिडीह जिले के घोरथंबा में हुई हिंसा पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पीड़ित महिला ने बताया कि उनके पति बुखार में थे, सिर्फ खानापूर्ति करने के लिए दस लोगों को गिरफ्तार किया गया। सरकार का ये रवैया ठीक नहीं है। हम अपने पर्व त्योहार घर पर नहीं मनाएंगे तो कहा मनाएंगे। सद्भाव का ठेका सिर्फ हिंदू समाज लेकर नहीं बैठा है। रंग से किसको दुश्मनी है ये प्रशासन के जांच का विषय है।
गिरिडीह के घारेथंबा में हुई हिंसा पर बोले पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास
'सद्भाव को ठेका सिर्फ हिंदू समाज के पास नहीं''
'होली-दीपावली-दुर्गा पूजा-सरहूल के मौके पर ही क्यों हिंसा होती है!'@dasraghubar @BJP4Jharkhand pic.twitter.com/mgwraeMmsY
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रघुवर दास ने आगे कहा कि पीएफआई जिसको हमारी सरकार ने बैन किया था। पीएफआई चाहता है कि समाज में सांप्रदायिक सौहार्द खराब हो, वैमन्सव फैले, दंगे-फसाद हो, प्रशासन को इस दिशा में भी जांच करना चाहिए। पूर्व में भी ऐसी घटना हो चुकी है, जब कांग्रेस-जेएमएम-आरजेडी की सरकार थी तो रांची में दंगा हुआ, सिर्फ एसपी का ट्रांसफर कर दिया गया लेकिन आजतक कोई दंगाई गिरफ्तार नहीं हुआ। लोहरदगा में रामनवमी पर पथराव किया गया। हिंदू समाज के जुलूस पर मुस्लिम समाज द्वारा पथराव हुआ, प्रजापित नाम के व्यक्ति की हत्या हुई। बोकारो के बेरमो में रामनवमी के जुलूस को देखने वाले लोगों पर पथराव हुआ। आदिवासी समाज के सरहूल पर मुस्लिम समाज ने विरोध किया। जब जब इस राज्य में वोट बैंक की राजनीति करने वाले राजनीति दल कांग्रेस-जेएमएम-आरजेडी की सरकार बनती है, तब तब हिंदुओं के पर्व त्योहार पर इसतरह का हमला होता है और सरकार में बैठे लोग कि सिर्फ वोट बैंक हमारा खराब नहीं हो इसके लिए डराने और धमकाने का काम करते है। ये बर्दाश्त के लायक बात नहीं है। जो भी दोषी है उसपर कार्रवाई होनी चाहिए। प्रशासन को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि मस्जिद के अंदर पेट्राल बम कैसे पहुंचा, क्या कर रहा था एसपी और स्पेशल ब्रांच। विगत छह सालों से देख रहे है जब भी हिंदु का त्योहार हो होली-दीपावली-दुर्गा पूर्जा-सरहुल इस तरह का व्यधान क्यों डाला जाता है। हिंदू समाज ने कभी भी तजिया के जुलूस-मोहर्रम और ईद में व्यवधान डालने का काम नहीं किया। सरकार से मेरी मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच हो।
गिरिडीह के घोड़थंबा में होली जुलूस पर पथराव और आगजनी के शिकार पीड़ितों से आज मुलाकात कर घटना की पूरी जानकारी प्राप्त की।
पीड़ितों ने जो बताया वह रूह कंपाने वाली घटना है और दुर्भाग्यपूर्ण है। आज अपने ही देश में हिंदुओं को अपना त्यौहार मनाने पर प्रताड़ित किया जा रहा है।
तुष्टिकरण… pic.twitter.com/FNsuTpnlhf
— Raghubar Das (@dasraghubar) March 16, 2025
