रांचीः विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सरकार के दो-दो मंत्री और विधायक आपस में उलझ गये। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी जो अपने बड़बोले बातों के लिए जाने जाते है उनके और कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव के बीच सदन के अंदर वाद-विवाद के बीच कार्यवाहक संसदीय कार्य मंत्री सुदिव्य सोनू आ गये और विधानसभा के अंदर इनके बीच जबदस्त टोका-टोकी और वाद-विवाद हुआ जिससे सरकार की फजीहत हुई और कही न कही तालमेल की कमी नजर आई।
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दअरसल, गोड्डा के पौरेयाहाट से कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने विधानसभा में सवाल उठाया कि गोड्डा में नर्सिंग कॉलेज कब बना और कब तक चालू होगा। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि ये बात सच है कि गोड्डा जिला में एक भी नर्सिंग कॉलेज नहीं है। वहां कॉलेज होना चाहिए था, प्रदीप जी काफी अनुभवी विधायक रहे है। वो पांच बार के विधायक रहे है फिर भी वहां नर्सिंग कॉलेज नहीं है। मै बहुत जल्द गोड्डा को नर्सिंग कॉलेज की सौगात दूंगा। अभी राज्य में 14 नर्सिंग कॉलेज का संचालन हो रहा है।
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इसके बाद मंत्री के जवाब से असंतुष्ट प्रदीप यादव एक बार फिर खड़े हुए और उन्होने कहा कि एक बात समझने की कोशिश करिये कि सौगात की जरूरत नहीं है, कॉलेज बनकर तैयार है, इरफान अंसारी को जवाब देते हुए प्रदीप यादव ने कहा कि आप उस उत्तर को पढ़िये जो आपने दिया है। भवन बनकर तैयार है, हम पूछ रहे है कि ये कब बना और कब इसे शुरू किया जाएगा। सीधा बताईये न इतने भाषण की जरूरत क्या है। फिर विधानसभा अध्यक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि आप जवाब दीजिये कब शुरू होगा। मंत्री इरफान अंसारी अपने सहयोगी कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव के सवाल से चिढ़ते हुए बोले कि हमसे ज्यादा वो वही जानते है! ये कोई प्रश्न है कि कब बना, यही बनवाये होंगे। कब बनवाये होंगे ये भी आपको पता है। आगे इरफान अंसारी ने कहा कि मै स्पष्ट करता हूं माननीय विधायक की मै बहुत जल्द इसे शुरू करवाउंगा, गोड्डा से मेरा लगाव है, हमारा संसदीय क्षेत्र भी रहा है गोड्डा महोदय, हम चाहते है कि राज्य के बच्चे वहां पढ़े।
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इसी बीच राधाकृष्ण किशोर की जगह संसदीय कार्यमंत्री का कार्य देख रहे मंत्री सुदिव्य सोनू विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति से खड़े हुए और उन्होने स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को हिदायत देते हुए कहा कि पता नहीं क्यों ये प्रति हो रहा है कि आब्जेक्टिव सवाल भी नहीं आ रहे है और ऑब्जेक्टिव जवाब भी नहीं आ रहे है। उन्होने विधानसभा अध्यक्ष की ओर मुखातिब होकर कहा कि मेरा आपके माध्यम से आग्रह होगा कि माननीय मंत्री से कि आब्जेक्टिव जवाब होने चाहिए। ये कटाक्ष की भाषा, उचित नहीं है सदन में। मै आग्रह करूंगा कि ऑब्जेक्टिव जवाब दीजिये और वो मर्यादापूर्वक होना चाहिए।
संसदीय कार्य मंत्री सुदिव्य सोनू की सलाह के बाद बिफरे स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी एक बार फिर खड़े हुए और उन्होने कहा कि मेरा और प्रदीप जी का मामला था, सोनू जी बहुत जानकार है हर चीज में कुदकते है महोदय, मुझे कोई आपत्ति नहीं है। फिर सुदिव्य सोनू स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर कहा कि ये सदन किसी की व्यक्तिगत संपित्त नहीं है, ये लोकाचार है और लोकाचार में सही व्यवहार करना चाहिए। इस वाद विवाद को विराम देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने अंत में कहा कि मै 6 माह में इसे चालू करा दूंगा।