रांची.. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ क्या प्रवर्तन निदेशालय की कस्टडी में आतंकवादियों जैसा सलूक हो रहा है यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि हेमंत सोरेन के वक़ील ने बुधवार को कोर्ट के बाहर यह आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन जहाँ रह रहे हैं वो जगह एक पूर्व मुख्यमंत्री के लिए सही नहीं है ।आरोप के मुताबिक़ ED ने हेमंत सोरेन को तहख़ाने में रखा है, इस तहखाने जैसी जगह पर हवा तक नहीं आती है, हर वक़्त अंधेरा रहता है । इतना ही नहीं हेमंत जब सोते हैं तो हथियारबंद सुरक्षा गार्ड भी उनके सामने खड़ा रहता है। हेमंत सोरेन के सोने के लिए एक चौकी लगाया गया है। हेमंत सोरेन के वक़ील का अगर ये आरोप सही है तो बहत ही चिंताजनक है । क्योंकि एक पूर्व मुख्यमंत्री के साथ इस तरह का सलूक करना अपने आप में कई तरह के सवाल खड़े करते है। हेमंत सोरेन के ऊपर किसी आतंकी गतिविधि या फिर जघन्य अपराध का आरोप नहीं है और न ही वे हिस्ट्रीशीटर है। ऐसी स्थिति में उनके साथ इस तरह का व्यवहार उनके समर्थकों में गुस्सा भर सकता है।
आम तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री या फिर मंत्रियों या राजनीतिक कैदियों के साथ इस तरह का बर्ताव नहीं होता है। ED के कस्टडी में इससे पहले पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ भी कुछ इसी तरह कर व्यवहार के आरोप लगे थे। हेमंत सोरेन के वक़ील राजीव रंजन ने कोर्ट से गुहार लगायी है कि पूर्व मुख्यमंत्री के साथ प्रवर्तन निदेशालय की कस्टडी में सही बर्ताव हो। राजीव रंजन ने कहा कि
‘हेमंत सोरेन को जहाँ रखा गया है वहाँ सूर्य की रौशनी नहीं आती। पाइप से हवा तहखाने में आती है, रात में सोते समय भी आर्म्स गार्ड मौजूद रहता है ।