वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दााखिल किया। पीएम ने लगातार तीसरी बार यहां से नामांकन किया है। उनके नामांकन में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत एनडीए के कई नेता मौजूद थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी वाराणसी आना था लेकिन तबियत खराब होने की वजह से वो शामिल नहीं हो सके।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन पर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(HAM) नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “…तीसरी बार चुनाव हो रहे हैं, प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। हमारा ‘400 पार’ का संकल्प अवश्य पूरा होगा।”
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नॉमिनेशन में चार प्रस्तावक थे, जिसमें पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा, संजय सोनकर शामिल है। पंडित गणनेश्वर शास्त्री ने ही अयोध्या में राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुर्हूत निकाला था।ये ब्राह्मण समाज से हैं. वहीं, बैजनाथ पटेल OBC समाज से आते हैं और संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं ।लालचंद कुशवाहा OBC बिरादरी से हैं और संजय सोनकर दलित समाज से हैं ।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, काशी के साथ मेरा रिश्ता अनूठा, अभिन्न और अतुलनीय है… मैं कह सकता हूं कि इसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता ।पीएम मोदी ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने से पहले मंगलवार को सुबह गंगा नदी के तट पर दशाश्वमेध घाट पर पूजा की और काल भैरव मंदिर में दर्शन किए ।उन्होंने घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आरती भी की. वाराणसी में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में एक जून को मतदान होगा।