देवघरः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन महाशिवरात्रि के मौके पर देवघर में शिव बारात को रवाना करेंगे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था में 3000 से ज्यादा जवानों को रवाना किया गया है। शिवरात्रि के मौके पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा बैद्यनाथ की नगर देवघर को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
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झारखंड सरकार के पर्यटन विभाग की ओर से पहली बार शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन केकेएन स्टेडियम से करेंगे। उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री शिवबारात को रवाना करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन और नेता-अधिकारी मौजूद रहेंगे।
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महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण के लिए एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के देवघर आने का अनुमान है। विग्रह पर माता पार्वती को सिंदूर अर्पित करने की खास परंपरा के साथ बाबा भोलेनाथ का विवाह संपन्न होगा। इस पूजा में बाबा भोलेनाथ को दुल्हे की तरह सजाया जाता है। बेलपत्र से सरदार पंडा माता को सिंदूर अर्पित करते है। शिवबारात में देश-विदेश से आये हुए लाखों श्रद्धालु शामिल होते है। शिव बारात की भव्यता, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए शिव बारात को और भव्य और दिव्य रूप दिया गया है। शिव बारात में मुख्य रूप से बाराती के रूप में सभी देवी-देवताओं के साथ भूत, पिसाच, चुड़ैल, राक्षस आदि आकर्षण के केंद्र होंगे। इस वर्ष शिव बारात में मुख्य आकर्षण का केंद्र विशालकाय हाफिया हूप नामक राक्षस होगा।
देवघर में बाबा बैद्यनाथ नंदी पर सवार होकर माता पार्वती से विवाह रचने निकलेंगे। भोलनाथ की भव्य बारात केकेएन स्टेडियम से निकलेगी। यह बस स्टेंड रोड़, राम जानकी मंदिर, सतनामी भवन रोड़, बाजला चौक, बजरंगी चौक, टावर चौक, कन्या पाठशाला, बड़ा बाजार, भैरो बाजार, नरसिंह टॉकीज रोड़, चांदनी चौक, बैद्यनाथ लेन होते हुए बाबा मंदिर पहुंचेगी। बारात में भव्य झाकियां भी शामिल होंगी।