महारभारत में भीम और शक्तिमान जैसे कैरेक्टर के लिए लोगों के दिलों में जगह बनाने वाले मुकेश खन्ना को लगता है कि बिहार और ओडिशा के दर्शक इतने बुद्धिमान नहीं है कि वे प्रभास स्टारर फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ को समझ सके । एक्टर मुकेश खन्ना ने हाल ही में प्रभास स्टारर फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ का रिव्यू किया है जिसके बाद उन्हें ट्रोल किया जा रहा है । अपने यूट्यूब चैनल पर उन्होंने जो कहा उससे बिहार और झारखंड के लोग आहत हो रहे हैं।
मुकेश खन्ना ने कहा था, ”जिस बौद्धिक स्तर पर फिल्म बनाई गई है, हॉलीवुड के लिए ठीक है. वहां लोग हमसे ज्यादा समझदार हैं. मुझे माफ करें, लेकिन ओडिशा और बिहार के दर्शक इस तरह की फिल्म निर्माण को समझ नहीं पाएंगे । ‘ मुकेश खन्ना के इस बयान से सोशल मीडिया पर आक्रोश फैल गया है और नेटिजन्स उनकी अपमानजनक टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना करने लगे ।
सोशल मीडिया एक्स पर एक यूजर्स ने लिखा कि
इसी तरह से एक और यूजर्स लिखते हैं
यह ओडिशा है
उड़ीसा नहीं
और रही गांव की बात तो हर राज्य में गांव है तो सिर्फ बिहार या ओडिशा को ही टारगेट क्यों सर…स्पष्ट रूप से कल्पना करें कि वह सर ऐप ओडिशा या बिहार के गांव के लोगों को गंवार समझते हैं
हम सार्वजनिक माफी चाहते हैं…
ना कि सफ़ाई
अपनी आलोचना देखते हुए मुकेश खन्ना ने सोशल मीडिया पर सफाई दी है और कहा कि
मुकेश खन्ना ने क्या सफाई दी
मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला है कि उड़ीसा और बिहार वाले ये समझ रहे हैं कि मैंने कल्कि फिल्म को रिव्यू करते वक्त उनकी समझ की बुराई की है। ये एक बहुत बड़ी ग़लतफ़हमी है जो मुख्य द्वार बनाना चाहता हूँ। कल्कि फिल्म के दो माइनस पॉइंट्स मैंने निकाले थे कि एक तो उसमें महाभारत के टैथ्यों से छेड़छाड़ की गई है। दूसरी उसकी पहली छमाही उबाऊ और भ्रमित करने वाली है जिसका एक आम फिल्म है समझ नहीं पाएगा जो फिल्म के हिट में नहीं।
बिहारियों के साथ देखी थी फिल्म
इसमे मुख्य बिहार और उड़ीसा में गांव में रहने वालों को उदहारण बना कर पेश कर रहा था कि जो हॉलीवुड स्टाइल फर्स्ट हाफ बनाया है काई लोगों के सर के ऊपर से जाएगा। जो फिल्म की कमजोरी है. मेरे साथ देखने गए स्टाफ के तीन चार आदमियों को या तो समझ नहीं आया या वो सो गए इनमें से तीन बिहार के थे ।
फिल्म की बुराई की, बिहार और ओडिशा वालों की नहीं
मैंने इसे फिल्म की कमज़ोरी बताई ना कि मैंने उनको बुद्धि की बुरी बताई।मैं बिहार और उड़ीसा में खूब घूमा हूं। कैंपेनिंग की है. फंक्शन अटेंड किये हैं. पुरी के मंदिर के दर्शन किये हैं। मैं क्यों उनकी बुराई करूंगा। ये मामला फिल्म का था और मैं फिल्म की बुराई कर रहा था ना बिहार या उड़ीसा वासियों की। ये बात समझने की आवश्यकता है।