Jharkhand Election: झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के प्रमुख जयराम महतो डुमरी के साथ बेरमो से भी चुनाव लड़ेंगे। जयराम की दो सीटों से दावेदारी ने एनडीए और इंडिया गठबंधन की टेंशन बढ़ा दी है। इसका कारण है कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव में जयराम महतो का बेहतर प्रदर्शन। डुमरी और बेरमो विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में आते हैं। गिरिडीह लोकसभा सीट के परिणाम बताते हैं कि पहली बार मैदान में उतरे जयराम महतो बेरमो में 53393 मत लाकर जहां तीसरे नंबर पर रहे थे, वहीं डुमरी में उन्हें सर्वाधिक वोट मिले थे।
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ध्यान देने वाली बात यह है कि उपचुनाव समेत पांच विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के हिस्से रही बेरमो सीट से इंडिया गठबंधन से समर्थित झामुमो उम्मीदवार मथुरा महतो को लोकसभा चुनाव में जयराम से महज 5790 वोट ही ज्यादा मिले थे। डुमरी सीट की बात करें तो झामुमो ने बीते उपचुनाव की विजेता बेबी देवी को जहां इस बार प्रत्याशी बनाया है, वहीं आजसू पार्टी अभी भी इसी उधेड़बुन में है कि झामुमो और जेएलकेएम से टकराने को किसे उम्मीदवार बनाया जाए। हालांकि, बीते साल विधानसभा उपचुनाव में झामुमो की बेबी देवी को जहां एक लाख 317 मत मिले थे, वहीं आजसू की यशोदा देवी 83,164 मत पाकर दूसरे स्थान पर रही थीं।
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डुमरी में लगातार झामुमो और बेरमो में तीन बार कांग्रेस जीती डुमरी सीट का इतिहास देखें तो वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में जदयू से लालचंद महतो ने जीत दर्ज की थी। वहीं राज्य गठन के बाद से ही यह सीट झामुमो के पास रही है। 2005, 2009, 2014, 2019 में लगातार झामुमो के जगरनाथ महतो ने जीत दर्ज की। बीते साल जगरनाथ महतो के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी बेबी देवी ने आजसू पार्टी की यशोदा देवी को 17,153 मतों से हरा दिया। वहीं बेरमो में 2005 में बीजेपी, 2009 में कांग्रेस, 2014 में बीजेपी, फिर 2019 में और 2020 के उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की।
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