रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) के मेडिकल छात्र और कोकर स्थित तिरिल बस्ती के कुछ युवकों के बीच रात करीब एक बजे जमकर मारपीट हुई। इस मारपीट में एक मेडिकल छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना पिछले कुछ दिनों से चल रहे विवाद का परिणाम बताई जा रही है।
बैट से किया हमला
रिम्स का छात्र रविश कुमार सुमन अपना जन्मदिन मनाने के लिए अपने दोस्तों के साथ कोकर के तिरिल बस्ती स्थित एक कैफे में गया था। वहां पहले से मौजूद तिरिल बस्ती के युवकों ने झगड़े के बाद बैट से रविश के सिर पर वार किया, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा।
दरअसल, दो-तीन दिन पूर्व तिरिल बस्ती के युवक रिम्स के ट्रामा सेंटर गए थे। वहां रिम्स के छात्रों के साथ मारपीट में तिरिल बस्ती के युवक घायल हो गए थे। उस दिन से ही युवक डॉक्टर को खोज रहे थे।
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छात्र की हालत गंभीर
मारपीट की सूचना मिलने पर सदर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और घायल छात्र को रिम्स अस्पताल के आइसीयू में भर्ती कराया। छात्र की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आदित्य कुमार नाम के एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपित को जेल भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस ने कहा कि रिम्स के डॉक्टर की ओर से एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जिसमें आदित्य कुमार का नाम है और सात से आठ अन्य अज्ञात आरोपितों को भी नामजद किया गया है।वहीं, तिरिल बस्ती के पक्ष से अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है।
सरस्वती पूजा पर रिम्स प्रबंधन ने लगाई रोक
इस घटना के बाद, रिम्स प्रबंधन ने एक बड़ा कदम उठाते हुए सरस्वती पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है। छात्र हर साल की तरह इस वर्ष भी हॉस्टल के पास स्थित मैदान में भव्य रूप से सरस्वती पूजा का आयोजन करने की योजना बना रहे थे। पूजा के आयोजन में छात्रों की सक्रिय भागीदारी रहती है।
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मारपीट की घटना के बाद, रिम्स के निदेशक डॉ. राजकुमार ने यह आदेश जारी किया कि सरस्वती पूजा के नाम पर जो चंदा इकट्ठा किया गया था, उसे वापस किया जाए। इसके अलावा, हॉस्टल नंबर आठ में किसी भी तरह के वाहन पार्क करने पर भी रोक लगा दी गई है।
छात्रों ने कहा- जरूर होगी सरस्वती पूजा
इस आदेश के बाद रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने बैठक की और प्रबंधन के इस फरमान का विरोध किया। एसोसिएशन ने कहा कि पूजा एक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्य है, जिसे छात्रों का समर्थन प्राप्त है, और उन्हें इसे मनाने से रोकना अनुचित है।
एसोसिएशन के सदस्यों ने यह भी कहा कि प्रबंधन को मारपीट की घटना की जांच करनी चाहिए न कि छात्रों की धार्मिक आस्थाओं के खिलाफ कदम उठाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वे सरस्वती पूजा जरूर मनाएंगे और प्रबंधन के आदेश को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेंगे।
इस घटनाक्रम से रिम्स में तनाव का माहौल है। एक तरफ जहां छात्रों की धार्मिक आस्थाओं को लेकर विवाद उठ रहा है, वहीं दूसरी तरफ रिम्स में हुई मारपीट की घटना की जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी उठ रही है। अब यह देखना होगा कि रिम्स प्रबंधन और पुलिस प्रशासन आगे क्या कदम उठाते हैं, ताकि ऐसे घटनाओं का पुनरावृत्ति न हो और शांति कायम रहे।