हजारीबागः पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने नई राजनीतिक पार्टी अटल विचार मंच का गठन किया है। फॉर्म भरकर उन्होने पार्टी के पहले सदस्य के रूप में सदस्यता ली। हजारीबाग में बीजेपी के पुराने कार्यालय अटल भवन में अटल विचार मंच का कार्यालय बनाया गया है।
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पार्टी की पहली बैठक के बाद उन्होने राज्य में होने जा रहे विधानसभा में अपनी पार्टी की ओर से सभी सीटों पर उम्मीदवार देने का एलान किया। उन्होने कहा कि ऐसे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जो ईमानदार होंगे। अटल विचार मंच कोई स्वयंसेवी संस्था या चंदा वसूल पार्टी नहीं है, ये पूर्ण रूप से राजनीतिक पार्टी रहेगी। पार्टी की पहली बैठक में उनकी पत्नी नीलिमा सिंह समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
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यशवंत सिन्हा ने कहा कि वर्तमान में बीजेपी की विचारधारा अटल जी से मेल नहीं खाता है। जिस तरह कांग्रेस ने महात्मा गांधी को भुला दिया है उसी तरह बीजेपी ने अटल बिहारी वाजपेयी को भुला दिया है। सिर्फ भारत रत्न देने से उन्हे सम्मान नहीं मिलता। प्रधानमंत्री ने जमशेदपुर में जिस तरह से कांग्रेस, आरजेडी और जेएमएम को झारखंड का दुश्मन बताया ये सही नहीं है, वो दुश्मन की जगह प्रतिद्वंदी शब्द का इस्तेमाल कर सकते थे। इस तरह के शब्दों का चयन लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। अटल जी ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी के लिए दुश्मन शब्द का कभी इस्तेमाल नहीं किया, यही अटल जी और नरेंद्र मोदी में अंतर है।