रांची : बोरियों से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने राजमहल संसदीय सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान बुधवार को किया। प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होने चुनाव लड़ने की घोषणा के साथ ही राजमहल सीट जीतने का भी दावा किया।
लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि विजय हांसदा को फिर से उम्मीदवार बनान पार्टी का सबसे गलत फैसला है। विजय हांसदा नेता नहीं है वो ठेकेदार है। जेएमएम ने कमजोर उम्मीदवार उतारा है इसलिए उनका चुनाव लड़ना जरूरी है। मैने पहले भी कहा था कि वहां की जनता चाहती है कि मै चुनाव लड़ू, पिछली बार विजय हांसदा को चुनाव में जीत दिलाने के लिए हम सब ने मेहनत की थी, लेकिन वो चुनाव जीतने के बाद कभी जनता के बीच नहीं लड़ा। हम गुरू जी के असली चेला है , इसलिए उनकी इज्जत रखने के लिए वो चुनाव मैदान में उतरे है और जीत दर्ज कर गरू जी को देंगे, उनका आर्शीवाद हमारे साथ है। उन्होने कहा कि वो पार्टी से इस्तीफा नहीं देंगे। बहुत होगा तो जेएमएम मुझे पार्टी से बर्खास्त करेगी मिट्टी से नहीं।
शिबू सोरेन के परिवार में टूट पर उन्होने कहा कि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उनकी विरासत बसंत सोरेन को मिलनी चाहिए थी, घर की बड़ी बहू जेएमएम से क्यों निकल गई ये देखना चाहिए, कल्पना सोरेन लोगों से कितना मिल पाएंगी ये देखना होगा।
लोबिन ने आगे कहा कि लोग हमे बागी बोलते है, हम पूछना चाहते है कि हम बागी हुए है या झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपनी नीति सिद्धांत को बिक्री कर दिया है। जेएमएम ने अपने चुनावी मैनिफेस्टों को दरकिनार कर दिया है। लोबिन बागी नहीं है , जेएमएम बागी है। जेएमएम ने यहां लोगों को ठगने का काम किया, मेरी हर बात को अनसुना किया गया है, जब से हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी है, जेएमएम का संगठन पूरे राज्य में अस्थिर हो गया है।
साहिबगंज जिले के बोरियो से विधायक लोबिन का उस इलाके में पभाव माना जाता है। लोबिन के इस घोषणा के बाद जेएमएम के वोट बैंक में सेंधमारी की संभावना बढ़ गई है। लोबिन लगातार विजय हांसदा के खिलाफ मोर्चा खोले रहते थे, उन्होने सदन के अंदर और बाहर कई बार जेएमएम सरकार और राजमहल सांसद विजय हांसदा के खिलाफ बयानबाजी की। पिछले महीने उन्होने अन्याय यात्रा निकाली जिसे शुरू होने से पहले ही जेएमएम विधायकों के विरोध के बाद लोबिन को खत्म करना पड़ा गया। लोबिन को घेरने वाले जेएमएम कार्यकर्ताओं का कहना था कि अगर उनको सरकार के खिलाफ कुछ करना है तो पहले जेएमएम से इस्तीफा दे, नहीं तो उनकी यात्रा कार्यकर्ता आगे बढ़ने नहीं देंगे। अब लोबिन ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है, संभव है कि नामांकन दाखिल करने के बाद पार्टी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी।