वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच 28 फरवरी, 2025 को व्हाइट हाउस में हुई बहुप्रतीक्षित बैठक एक नाटकीय टकराव में बदल गई। यह मुलाकात, जिसका उद्देश्य अमेरिका-यूक्रेन खनिज सौदे को अंतिम रूप देना और रूस के साथ चल रहे युद्ध पर चर्चा करना था, जल्द ही एक गर्मागर्म बहस में तब्दील हो गई। परिणामस्वरूप, सौदा अधूरा रह गया और यूक्रेन को अमेरिकी समर्थन का भविष्य अनिश्चित हो गया। यह घटना ट्रंप और ज़ेलेंस्की के नवीनतम विवाद के रूप में सुर्खियों में छा गई है।
ओवल ऑफिस में तनाव
विश्व मीडिया के सामने आयोजित ओवल ऑफिस बैठक में ट्रंप और उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने ज़ेलेंस्की पर तीखा हमला बोला। उन्होंने रूस के आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में दी गई अमेरिकी सहायता के लिए उनकी कृतघ्नता का आरोप लगाया, जो अब अपने तीसरे वर्ष में है। ट्रंप ने चेतावनी दी, “आप तीसरे विश्व युद्ध से खेल रहे हैं,” और कहा, “या तो आप सौदा करेंगे, या हम बाहर हैं।” उन्होंने ज़ेलेंस्की पर अमेरिका का “अपमान” करने का भी इल्ज़ाम लगाया। वेंस ने भी इस आलोचना को तेज़ किया, जिससे यूक्रेनी नेता दबाव में आ गए।
ज़ेलेंस्की का जवाब
ज़ेलेंस्की ने इस हमले का जवाब देते हुए ट्रंप से रूस के खिलाफ मजबूती से खड़े रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “युद्ध तब शुरू हुआ जब रूस ने हमारे देश में यह युद्ध लाया,” और अपने देश के संकल्प का बचाव किया। लेकिन बहस और उग्र हो गई, जिसके बाद ट्रंप ने बैठक को जल्दी खत्म कर दिया। ज़ेलेंस्की बिना खनिज सौदे के व्हाइट हाउस से चले गए, जो यूक्रेन के दुर्लभ खनिज संसाधनों तक अमेरिका की पहुंच और पुनर्निर्माण के लिए धन जुटाने का एक प्रारंभिक समझौता था।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
ट्रंप ने बाद में सोशल मीडिया पर लिखा कि ज़ेलेंस्की “शांति के लिए तैयार होने पर वापस आ सकते हैं।” यूरोपीय नेताओं ने ज़ेलेंस्की का बचाव किया। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा, “एक हमलावर है, जो रूस है, और एक पीड़ित जनता है, जो यूक्रेन है,” जबकि पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने आश्वासन दिया, “आप अकेले नहीं हैं।” रूस ने मौके का फायदा उठाते हुए ज़ेलेंस्की को “नीच” कहा और उन पर “सहायता देने वाले हाथ को काटने” का आरोप लगाया।
भविष्य पर सवाल
इस झड़प ने यूक्रेन के लिए अमेरिकी समर्थन के भविष्य को लेकर चिंता बढ़ा दी है। ट्रंप ने संकेत दिया कि अगर कीव उनकी मांगों को नहीं मानता तो सैन्य सहायता रोकी जा सकती है। ज़ेलेंस्की ने फॉक्स न्यूज़ को दिए साक्षात्कार में अफसोस जताया, लेकिन ट्रंप से माफी मांगने से इनकार कर दिया। यह घटना अमेरिका-यूक्रेन संबंधों में ऐतिहासिक निचले स्तर के रूप में देखी जा रही है। विश्लेषकों का कहना है कि यह रूस को प्रोत्साहित कर सकता है और नाटो की एकता को कमज़ोर कर सकता है। नवीनतम अपडेट्स के लिए बने रहें: ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच तनाव वैश्विक परिणामों के साथ एक नया मोड़ ले सकता है।