डेस्कः एलन मस्क (Elon Musk) OpenAI को खरीदना चाहते हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार सैम ऑल्टमैन को मस्क ने इन्वेस्टर्स के एक ग्रुप के साथ ओपनएआई को 97 बिलियन डॉलर में खरीदने का ऑफर दिया था। हालांकि, ऑल्टमैन ने इस ऑफर को ठुकराते हुए जवाब में ‘no thank you’ कहा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्क और उनके इन्वेस्टमेंट ग्रुप ने आधिकारिक तौर पर ओपनएआई के बोर्ड को कंपनी का नियंत्रण लेने और इसे उसके नॉन-प्रॉफिट ओरिजिन में वापस करने का प्रस्ताव दिया है।
मस्क के वकील मार्क टोबेरॉफ ने कहा, ‘अगर सैम ऑल्टमैन और मौजूदा बोर्ड चाहता है कि ओपनएआई पूरी तरह से फॉर-प्रॉफिट कंपनी बन जाए, तो यह जरूरी है कि चैरिटी को ऐसी जबर्दस्त टेक्नोलॉजी का कंट्रोल खोने के लिए सही मुआवजा दिया जाए।’ मस्क के ऑफर के जवाब में ऑल्टमैन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘नहीं धन्यवाद, लेकिन आप अगर इंट्रेस्टेड हैं, तो हम 9.74 बिलियन डॉलर में ट्विटर खरीदने को तैयार हैं।’
आज माघ पूर्णिमा का स्नान, प्रयागराज शहर नो-ह्वीकल जोन घोषित, महाजाम पर योगी सख्त
मस्क ने 2024 में ओपनएआई पर दो बार मुकदमा करने के बाद इस ऑफर का प्रस्ताव रखा है। पहली बार जुलाई 2024 में मस्क ने कंपनी पर फाउंडिंग प्रिंसिपल्स यानी संस्थापक सिद्धांतों से अलग जाकर काम करने का आरोप लगाया था।
मस्क का मानना है कि इस बदलाव ने ओपनएआई के काम को मानवता के बड़े फायदे पर फोकस करने की बजाय कॉर्पोरेट हितों से कंट्रोल होने के रिस्क में डाल दिया है। इस कानूनी लड़ाई ने एक खुले, नॉन-प्रॉफिट कोशिश के रूप में एआई के लिए मस्क के विजन और ओपनएआई की ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी की चाह के बीच चल रही टेंशन जगजाहिर कर दिया था।
वायुसेना प्रमुख एपी सिंह को तेजस बनाने वाली कंपनी HAL पर भरोसा नहीं, खुलकर जता दी नाराजगी
अगस्त 2024 में, मस्क ने फिर से एक नया मुकदमा दायर किया और ओपनएआई पर ‘अधिकतम लाभ’ के लिए पावरफुल ‘आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस’ टेक्नोलॉजी को डिवेलप करने की दौड़ में शामिल होने का आरोप लगाया था। साथ ही मस्क ने कंपनी पर धोखाधड़ी में शामिल होने का भी आरोप लगाया था।
बताते चलें कि एआई की दुनिया में गूगल के दबदबे का मुकाबला करने के लिए ओपनएआई की स्थापना 2015 में सैम ऑल्टमैन, एलन मस्क और अन्य लोगों द्वारा एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन के रूप में की गई थी। हालांकि, बाद में एआई स्टार्टअप से असहमति के कारण मस्क ने कंपनी छोड़ दी और ऑल्टमैन ने सीईओ का पद संभाला था।