रांची: दुमका से बीजेपी उम्मीदवार सीता सोरेन ने अपनी हार के लिए बीजेपी के बड़े नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होने दुमका से बीजेपी के सांसद रहे सुनील सोरेन, सारठ विधायक और दुमका प्रभारी रणधीर सिंह और दुमका की पूर्व विधायक लुईस मरांडी पर भीतरघात का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पैसे लेकर मैनेज होने तक का आरोप लगाया।
सीता सोरेन द्वारा लगाये गए आरोप का जवाब देते हुए पूर्व सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि उनका बयान बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर वे गद्दारी की बात साबित कर दें, तो राजनीति छोड़ दूंगा। उन्होने आगे कहा कि तपती धूप में पार्टी की जीत के लिए काम किया है। पार्टी आलाकमान से मांग करते है कि इस पूरे प्रकरण की जांच हो और जो भी दोषी पाए जाएं, उन पर कार्रवाई हो।
सीता सोरेन के आरोप पर दुमका की पूर्व विधायक लुईस मरांडी ने कहा कि इस बार दुमका विधानसभा से वर्ष 2019 से ज्यादा मतों से लीड है। हम पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता है और इस तरह का आरोप लगाया जाना काफी पीड़ादायक है। सीता सोरेन के बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि हार की सही ढंग से समीक्षा करने के बजाय पब्लिक फोरम में समर्पित पार्टी नेताओं पर अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है, यह पार्टी लाइन के खिलाफ है।
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दुमका सीट पर हार के बाद सीता सोरेन के बयान से उठे बवाल पर बीजेपी के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि सीता सोरेन के स्तर से दिया गया बयान अबतक नहीं सुन पाया हूं। बतौर पर्यवेक्षक अभी देवघर में हूं। रविवार को अमड़ापाड़ा में राजमहल सीट की समीक्षा कर यहां पहुंचा हूं। समीक्षा में काफी वक्त लग रहा है। इस कारण फिलहाल इस मामले में कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं।