देवघर: लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद बीजेपी के अंदर का अंतरकर्लह सामने आ गया है। खासकर संताल में बीजेपी के नेता एक दूसरे पर ही आरोप मढ़ रहे है। एक तरफ जहां दुमका से बीजेपी उम्मीदवार रही सीता सोरेन ने अपने बीजेपी कार्यकर्ता और नेता पर भीतरघात का आरोप लगाया वही दूसरी ओर गोड्डा लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार निशिकांत दुबे की जीत के बाद उनके ही पार्टी के विधायक नारायण दास ने अपने सांसद पर गंभीर आरोप लगा दिया है।
Sita Soren का BJP से मोहभंग ! कार्यकर्ताओं पर मनमानी और बिकने का लगाया आरोप, बड़े नेताओं ने किया भितरघात
देवघर से बीजेपी विधायक नारायण दास ने सांसद निशिकांत दुबे पर आरोप अपने समर्थकों द्वारा मारपीट और गाली गालौच करने का आरोप लगाया है। ये मारपीट और आरोप प्रत्यारोप तब हो रहा है जब बीजेपी के नेता हर लोकसभा सीट पर अपनी हार-जीत पर मंथन कर रहे है। सोमवार को बीजेपी के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू देवघर पहुंचे थे और लोकसभा चुनाव में मिले वोट और पार्टी नेताओं के समर्थन और विरोध कर फीडबैक ले रहे थे। इसी दौरान बीजेपी के नेता के साथ इस तरह की घटना हुई।
विधायक नारायण दास ने आरोप लगाया कि वो पार्टी समीक्षा बैठक के लिए आदित्य साहू और बालमुकुंद सहाय देवघर पहुंचे थे, पार्टी की मीटिंग शुरू भी नहीं हुई थी कि निशिकांत दुबे के गुंडों के द्वारा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई। मुझपर भी हमला किया गया और मुझे मां बहन लगाकर गाली दिया गया। ये कही से भी नियमसंगत नहीं है, इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाए वो कम है, एक दलित विधायक के साथ ऐसा करना। अगर उनमें ताकत है तो मधुपुर जाकर दिखाएं, देवघर में तो हमने उन्हे 41 हजार वोटों से लीड कराया था। उसको ताकत है तो मधुपुर जाकर करा दे, उसको ताकत है तो पोरैयाहाट जाकर करा दे, उसको ताकत है तो गोड्डा जाकर, उसको हिम्मत है तो महगामा जाकर करा दे, वहां भी अपनी औकात को दिखा दे। एक दलित विधायक के साथ ऐसा किया है, वो 2019 से ही हमारे साथ ऐसा कर रहे है, वो 2009 में जब चुनाव जीतने के लिए आए, एक बुलबुल राय थे और एक हम है जिसने उनका साथ दिया। बीजेपी के एक भी अनुशासित कार्यकर्ताओं ने उनके गुंडों के साथ बुरा व्यवहार नहीं किया। गंगाधर मंडल के साथ मारपीट किया, हमारे गिरेबां में को पकड़ा गया हमें मां-बहन लगाकर गाली दिया गया। ये काम सारा काम निशिकांत दुबेे का है, हम तो निरीह और दलित विधायक है।