रांचीः इस बार प्रकृति पर्व सरहुल की तस्वीर कुछ अलग होगी । पहली बार झांकियों को इनाम मिलेगा तो कई वर्षों बाद हेमंत सोरेन इन झांकियों को देखने के लिए खुद मौजूद नहीं होंगे बल्कि उनकी पत्नी कल्पना सोरेन हिस्सा लेंगी । केंद्रीय सरना समिति ने रांची के सिरम टोली स्थित सरहुल पूजा स्थल का निरीक्षम किया और तैयारियों का जायजा लिया । केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने बताया कि इस बार मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन हिस्सा लेंगी । मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भी मौजूद रहेंगे ।
अजय तिर्की ने जानकारी दी कि पहली बार झांकी निकालने वालों को इनाम भी दिया जाएगा । सर्वश्रेष्ठ झांकी को एक लाख रुपए मिलेंगे जबकि दूसरे स्थान पर रहने वाली झांकी को पचास हजार और तीसरे स्थान के लिए पच्चीस हजार रुपए का इनाम रखा गया । बेहतर प्रदर्शन करने वाले दल को भी एक लाख रुपए बतौर इनाम मिलेगें। इतना ही नहीं सिरम टोली में जो झांकी सबसे पहले पहुंचेगी उसे भी पांच हजार रुपए इनाम के तौर पर दिए जाएंगें। यह पुरस्कार पंद्रह अप्रैल को मोरहाबादी के संगम गार्डेन में दिया जाएगा ।
गौरतलब है कि सरहुल को लेकर इस बार जोश पिछले वर्षो से ज्यादा दिख रहा है । जगह-जगह बड़ी तादाद में आदिवासियों के परंपरागत वस्त्रों के शॉपिंग सेंटर खुल चुके हैं। मोरहाबादी में रांची कॉलेज के पास युवाओं में सरहुल और फैशन का अद्बूत संगम देखने को मिल रहा है । इतना ही नहीं कांटा टोली, लालपुर जैसी जगहों में बकायदा आधुनिक दुकानें खास तौर से आदिवासियों के परंपरागत लिबास के लिए खुल चुके हैं । यहां हर कीमत पर कपड़े मिल रहे हैं । रांची के अपर बाजार में भी सरहुल का बाजार अलग से नजर आ रा रहा है । धीरे-धीरे आर्थिक संपन्नता और सांस्कृतिक चेतना और एकता की वजह से अब सरहुल का बाजार भी बड़ा हो चुका है ।