डॉक्टरों के साथ छेड़खानी या हिंसा अभी भी नहीं रूक रही है। हाल का मामला झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स (RIMS) का है, जहां पर रिम्स अस्पताल की लिफ्ट में एक युवक ने एक महिला डॉक्टर से छेड़खानी की। जब डॉक्टर ने शोर मचाया तब आरोपी को पकड़ लिया गया। उसे बरियातू पुलिस के हवाले कर दिया गया है। मामला रिम्स के सुपरस्पेशलिटी आंकोलॉजी विभाग का है। रविवार को महिला डॉक्टर द्वारा एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया।
लिफ्ट में महिला डॉक्टर से छेड़खानी
जानकारी के अनुसार, डॉक्टर आंकोलॉजी विभाग में ड्यूटी पर जा रही थी। ज्यों ही वह बिल्डिंग की लिफ्ट में चढ़ी, उसी समय आरोपी भी आ गया। लिफ्ट बंद होने के बाद वह डॉक्टर से छेड़खानी करने लगा। लिफ्ट रुकते ही वह शोर मचाने लगी। तब वहां खड़े सुरक्षाकर्मियों ने आरोपी को पकड़ लिया। इसके बाद उसे रिम्स के कंट्रोल रूम ले जाकर पूछताछ के बाद बरियातू पुलिस को सौंपा गया।
सुरक्षा की पुरानी व्यवस्था ध्वस्त रिम्स के डॉक्टरों के अनुसार यहां पहले 91 गार्ड थे। इमरजेंसी के पास बैरिकेडिंग कर यात्री वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित था। परिसर में वन-वे व्यवस्था थी। लेकिन वह व्यवस्था ध्वस्त होने से अब डॉक्टरों को भी गाड़ी लगाने की जगह नहीं मिलती है। इमरजेंसी तक जाने में भी जाम की समस्या रहती है।
परिसर में दुकानदार, चालक, दलाल समेत आपराधिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। आए दिन डॉक्टरों की गाड़ियां और डॉक्टरों के चैंबर से मोबाइल-लैपटॉप चोरी घटनाएं सामने आती हैं। डॉक्टरों की ही मानें तो प्रबंधन जानबूझ कर परिसर को बाजार बना दिया है। इधर, रिम्स प्रबंधन के अनुसार, फिलहाल 100 सशस्त्र जवानों की तैनाती के लिए स्वास्थ्य विभाग से अनुरोध किया गया है।
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जेडीए ने टाली कलमबंद हड़ताल
घटना को लेकर रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) ने रविवार को कलमबंद हड़ताल का ऐलान कर दिया। हालांकि, बाद में प्रबंधन ने एसोसिएशन के साथ बैठक की। बैठक में प्रबंधन द्वारा हर लिफ्ट में एक लिफ्टमैन रखने के आश्वासन के बाद जेडीए ने हड़ताल टाल दी। इसके लिए लगभग चार दर्जन लिफ्टमैन आउटसोर्स पर रखे जाएंगे। इसके साथ ही जेडीए ने हर वार्ड में कम-से-कम दो सुरक्षाकर्मी तैनात करने की भी मांग प्रबंधन से की है।