बोकारोः बीएसएल में विस्थापितों के नियोजन को लेकर आंदोलन कर रही बोकारो विधायक श्वेता सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उन्हें सर्किट हाउस लेकर गई है। इस दौरान श्वेता सिंह ने कहा कि पुलिस आंदोलन को समाप्त करने की कोशिश कर रही है। आंदोलन को समाप्त कर दिया गया है। अब फिर से मरना होगा तब जाकर आंदोलन होगा।
इससे पहले बढ़ते विवाद को देखते हुए चास एसडीएम प्रांजल ढांडा के चास अनुमंडल क्षेत्र में निषेधाज्ञा (धारा 163) लगा दिया गया है । इसके बाद भी बोकारो विधायक श्वेता सिंह बोकारो स्टील प्लांट के मेन गेट पर अपने समर्थकों। के साथ धरने पर बैठी थी। इसकी जानकारी होने पर डीसी बोकारो, एसपी बोकारो, चास एडीएम, सिटी डीएसपी सहित पुलिस की टीम ने विधायक श्वेता सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
सुनिए विधायक श्वेता सिंह ने क्या कहा
शुक्रवार को श्वेता सिंह और जयराम महतो के समर्थक भिड़े
बीएसएल में विस्थापितों के नियोजन को शुरू हुई लड़ाई अब जयराम महतो और श्वेता सिंह के आसपास आकर सिमट गई है। बीएसएल ने विस्थापित अप्रेंडिस संघ की सभी मांगो को मान लिया, लाठीचार्ज में युवक की मौत के बाद कार्रवाई करते हुए बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक हरी मोहन झा की गिरफ्तारी भी हो गई लेकिन डुमरी विधायक और बोकारो विधायक की लड़ाई शुक्रवार को भी जारी रही।
गुरूवार को प्रदर्शन के बाद लाठीचार्ज के दौरान युवक की मौत के बाद सबसे पहले बोकारो विधायक श्वेता सिंह मौके पर पहुंची उसके बाद डुमरी से विधायक और जेएलकेएम पार्टी के अध्यक्ष जयराम महतो वहां पहुंच गये। जयराम महतो के आने से नाराज श्वेता सिंह के समर्थकों ने जयराम की गाड़ी का नेम प्लेट तोड़ दिया और उसके समर्थकों के साथ काफी देर तक नोंकझोंक होती रही।
श्वेता सिंह ने जयराम के आने पर आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि यहां राजनीति करने नहीं आये ये उनका विधायसभा क्षेत्र है इसके बाद जयराम ने कहा कि वो जेएलकेएम के अध्यक्ष के तौर पर आये है, लोकसभा चुनाव में उन्हे बोकारो से 40 हजार वोट मिले थे वो अपनी जनता के लिए यहां आए थे। दोनों के बीच काफी देर तक गहमागहमी होती रही।
इसके बाद शुक्रवार को एक बार फिर जयराम महतो और श्वेता सिंह के बीच टकराव हुआ और इसबार डीसी दफ्तर में जयराम और श्वेता सिंह एक दूसरे के आमने-सामने आ गये। डीसी ऑफिस में उपायुक्त से मुलाकात को लेकर जयराम महतो और श्वेता सिंह के समर्थक आपस में भिड़ गये। अपने विधानसभा क्षेत्र में जयराम महतो की एंट्री से एकबार फिर श्वेता सिंह डुमरी विधायक से उलझी। दोनों के समर्थकों के बीच काफी देर तक तीखीं नोंकझोंक होती रही।
बाद में दोनों विधायक उपायुक्त के पास गये और विस्थापितों के मुद्दे पर डीसी से बातचीत की। 24 घंटे के अंदर दोनों विधायक और उनके समर्थकों के बीच तीखीं बहस ने पूरे मामले को दूसरा ही रंग दे दिया।