रांचीःल झारखंड के दो नौजवानों ने देश का नाम रौशन करने क बजाए बदनाम कर दिया है । रांची में साइबर ठगी के इंटरनेशनल गिरोह का ना सिर्फ खुलासा हुआ है बल्कि दो गिरफ्तारियां भी हुई । शहर की बीचों-बीज किशोरगंज चौक के B.M Height में चल रहे इस गिरोह का भंडाफोड़ किया है । झारखंड के अपराध अनुसंधान विभाग को फर्जी कॉल सेंटर चला साइबर ठगी करने का पता चला था जिसके बाद छापेमारी की गई । अपराध अनुसंधान विभाग ने दो लोगों को गिरफ्तार किया जिनमें रांची के चुटिया का रहने वाला रविकांत औऱ गोड्डा का एकरामुल अंसारी शामिल है ।
पुलिस के मुताबिक 2021-22 में कुछ लोगों ने रांची में ही यह धंधा शुरु किया था बाद वे गोरखपुर शिफ्ट हो गए जहां कई लोगों की गिरफ्तारी के बाद उन्हीं साइबर ठगों की गैंग से रविकांत और एकरामुल ने रांची में अपना अड्डा ऐसी जगह खोल लिया जो भीड़भाड़ वाला इलाका है । फिर दोनों ने यहीं से शुरु की इंटरनेशनल ठगी का खेल । पुलिस के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया टेलिकम्यूनिकेशन कंपनी TELSTRA और ब्रिटिश कंपनी British Telecom के अधिकारी बन इंटरनेट स्पीड फिक्स करने के लिए कॉल करते थे और जाल में फंसने के बाद उनसे पैसे वसूलते थे ।
इसके लिए इनलोगों ने कॉलिंग सॉफ्टवेयर VICI Dial, EyeBeam (Powered by Counter Path) and Skype का इस्तेमाल किया था । इनके पास यूके और ऑस्ट्रेलिया के तीन लाख लोगों का पूरा डाटा था जिसके जरिए वे टारगेट करते थे । ये लोग विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर को रिेमोट एक्सेस कर वायरस इंस्टाल कर देते जिसके बाद National Fraud Intelligence bureau के अधिकारी बन उगाही करते थे ।
पुलिस ने छापेमारी कर कई पांच लैपटॉप, 27 कंप्यूटर सिमकार्ड और मोबाइल फोन बरामद किए । अनुसंधान विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे इंटरनेशनल नंबर आने पर कोई निजी जानकारी नहीं दे । किसी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर डाउनलोड नहीं करे ।