रांचीः झारखंड में कोरोना धीरे-धीरे पैर पसार रहा है। मंगलवार को राज्य में कोरोना से पहली मौत हुई है। रांची के रीम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती मरीज की मंगलवार को मौत हो गई। झारखंड में सबसे ज्यादा सात कोरोना संक्रमित रांची में ही है। कोरोना मरीज की मौत पर रिम्स ने बयान जारी कर बताया है कि झारखंड में कोविड-19 से संबंधित आज की मीडिया रिपोर्ट्स को लेकर आम जनता से अनुरोध है कि घबराएं नहीं। रिम्स में हुई मरीज़ की मृत्यु septic shock की वजह से हुई है|
44 वर्षीय इस मरीज़ को 2 जून को CIP रांची से रिम्स रेफेर किया गया था| मरीज़ को खाना गले में फंस जाने की वजह से दिल का दौरा पड़ा और सांसे रुक गई जिसके पश्चात उसे CPR दिया गया और intubate कर बचाने की कोशिश की गई। वेंटिलेटर सपोर्ट के लिए रिम्स लाया गया यहां जांच में aspiration pneumonia की पुष्टी हुई| मरीज़ को acute respiratory distress syndrome के कारण ट्रामा सेंटर में वेंटीलेटर पर रखा गया| इसके अलावा मरीज़ को कई अन्य प्रकार की बीमारियां भी पहले से थी| 5 जून को भर्ती मरीज़ों की जांच में मरीज़ को covid-19 पॉजिटिव पाया गया|
रिम्स चिकित्सकों के अनुसार मरीज़ की मृत्यु refractory septic shock की वजह से हुई है जिसमें मुख्यतः circulatory failure होता है न कि respiratory failure जो की आम तौर पर covid मरीज़ों में मौत का कारण होता है|
सभी नागरिकों से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल अधिकृत स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें। सावधानी बरतें, मास्क का प्रयोग करें, हाथ धोते रहें और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें।
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झारखंड में कोरोना संक्रमित का आंकड़ा एक दर्जन के पार चला गया है। मंगलवार को 16 लोगों की कोरोना जांच हुई जिसमें तीन संक्रमित पाये गए। कई मरीज अन्य बीमारियों से ग्रसित है। देश में अभी 6800 से ज्यादा कोरोना के एक्टिव मामले है। अबतक कोरोना से 68 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के केस केरल में 2053 है।देश में मुख्यरूप से ओमिक्रॉन और इसके सब-वैरिएंट्स NB.1.8.1 को प्रमुख माना जा रहा है। इसके अलावा कई स्थानों पर XFG वैरिएंट के भी केस रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण वाले पांच प्रतिशत मरीजों तथा सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (एसएआरआई) के शत-प्रतिशत मरीजों की कोविड जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसकी प्रतिदिन की रिपोर्टिंग तथा सर्विलांस तेज करने के भी निर्देश दिए हैं।उन्होंने जांच में पॉजिटिव पाए जाने वाले सभी सैंपल की रिम्स, रांची में जीनोम सीक्वेंसिंग कराने को भी कहा है। ऑक्सीजन आदि की माक ड्रिल कराने के भी निर्देश सभी सिविल सर्जनों को दिए गए हैं।