नई दिल्ली: भारतीय चुनाव आयोग ने चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी के डेटा को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए एक नए प्रारूप की घोषणा की है। चुनाव आयोग ने फैसले के समर्थन में सुप्रीम कोर्ट की आलोचना और निर्णय को भी जिक्र किया है।
इस नए प्रारूप के तहत, प्रत्येक सांसदीय निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की पूरी संख्या जारी कर दी है । चुनाव आयोग ने चुनाव की पहले पांच चरणों के लिए वोट देने वालों के आंकड़े जारी कर दिए है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदान के आंकड़ों में किसी भी परिवर्तन का कोई गुंजाइश नहीं है। मतदान के आंकड़ों के संग्रह और संचयन की प्रक्रिया को सख्त, पारदर्शी है ।
चुनाव आयोग ने कहा है कि राज्यों के अलग-अलग क्षेत्रों में मतदाताओं की उचित और संवेदनशील जानकारी प्रदान करने का संकल्प लिया है। चुनाव शुरु होने की तारीख 19 अप्रैल से अब तक मतदान के डेटा की गणना सही, संगत और चुनावी कानूनों के अनुसार हो रही है, और इसमें किसी भी असंगति का कोई स्थान नहीं है। चुनाव आयोग ने कहा है कि फॉर्म 17सी को हर पोलिंग बूथ में पोलिंग एजेंट को दिया जाता है और इस में किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती
आयोग ने झारखंड पांच चरणों में झारखंड की सात सीटों पर हुए चुनाव के आंकड़े जारी कर दिए हैं ।
संसदीय क्षेत्र कुल मतदाता मतदान प्रतिशत कुल मतदान
खूंटी 1326138 69.93 927422
लोहरदगा 1441302 66.45 957690
पलामू 2243034 61.27 1374358
सिंहभूम 1447562 69.32 1003482
चतरा 1689926 63.69 1076352
हजारीबाग 1939374 64.39 1248798
कोडरमा 2205318 61.81 1363010
गौरतलब है कि चुनाव आयोग पर आंकड़ें नहीं जारी करने का आरोप लग रहा था । मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा जहां कोर्ट ने किसी भी तरह का निर्देश जारी करने से इनकार कर दिया ।