बीजेपी ने हेमंत सोरेन के ख़िलाफ़ बरहेट में गमालियस हेंब्रम को दिया टिकट, टुंडी से विकास महतो उम्मीदवार। इन दोनों सीटों पर नामांकन का आखिरी वक्त चल रहा है ।
वीआईपी सीट है बरहेट
बरहेट विधानसभा सीट झारखंड की सबसे महत्वपूर्ण और वीवीआईपी सीटों में से एक मानी जाती है, खासकर इसलिए कि यहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद चुनाव लड़ते हैं। इस सीट पर लंबे समय से झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) का दबदबा रहा है, जो इसे उनकी पार्टी का एक महत्वपूर्ण गढ़ बनाता है। भाजपा ने इस बार गमालियल हेम्ब्रम को अपना प्रत्याशी बनाया है, जो पेशे से पूर्व शिक्षक रहे हैं और पांच साल पहले राजनीति में आए थे। उनकी पत्नी भी जनप्रतिनिधि हैं, जो इस सीट पर भाजपा के लिए नई उम्मीद का प्रतीक हैं।
कौन हैं गमालियल हेम्ब्रम
बरहेट सीट का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य बताता है कि यहां पर कई पार्टियों के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। 1957 से 1962 तक झारखंड पार्टी के बाबूलाल टुडू और 1967 व 1972 में मसीह सोरेन निर्दलीय जीत चुके हैं। 1977 में जनता पार्टी के परमेश्वर हेम्ब्रम और 1980 व 1985 में कांग्रेस के थॉमस हांसदा ने जीत दर्ज की। बाद में, 1990, 1995, 2000 और 2009 में चार बार झामुमो के हेमलाल मुर्मू जीते। फिर 2014 और 2019 में हेमंत सोरेन ने इस सीट पर जीत हासिल की। इस प्रकार यह सीट जेएमएम का अभेद्य किला मानी जाती है और भाजपा के लिए इसे जीतना चुनौतीपूर्ण होगा।