रायबरेलीः Agniveer योजना को लेकर कीर्ति चक्र से सम्मानित अंशुमान सिंह की मां ने बड़ा बयान दिया है । राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान Agniveer (अग्निवीर) योजना की आलोचना की है और कहा है कि सेना में दो तरह की योजनाएं नहीं होनी चाहिए ।
शहीद अंशुमान सिंह की मां-पिता से मिले राहुल गांधी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को अपने लोकसभा क्षेत्र रायबरेली का दौरा किया। विपक्ष के नेता बनने के बाद यह उनका पहला संसदीय क्षेत्र का दौरा था। इस दौरान उन्होंने शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप सिंह और मां मंजू सिंह से मुलाकात की। यह परिवार यूपी के देवरिया का रहने वाला है। हाल ही में शहीद अंशुमान को राष्ट्रपति से कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था।
Agniveer योजना बंद करने की मांग
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद शहीद कैप्टन अंशुमान की मां मंजू ने कहा कि अग्निवीर योजना बंद होनी चाहिए। शहीद की मां से राहुल ने कहा कि वे इस लड़ाई को जारी रखेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में पंजाब रेजिमेंट की 26वीं बटालियन के आर्मी मेडिकल कोर के कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया था। उन्होंने एक बड़ी आग की घटना में कई लोगों को बचाने के लिए असाधारण बहादुरी और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया था।
अग्निवीर योजना बंद होनी चाहिए.
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— Anuradha Patel (@Anuradha_Patel9) July 9, 2024
शहीद अंशुमान सिंह को कीर्ति चक्र
कीर्ति चक्र दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कैप्टन सिंह की पत्नी अपने रिश्ते के बारे में भावुक होकर बात कर रहीं थीं। उन्होंने बताया कि उनकी मुलाकात और रिश्ते की शुरुआत कैसे हुई थी। उन्होंने शहीद कैप्टन के शब्दों को याद करते हुए कहा था कि उनके पति ने कहा था कि वे अपनी छाती पर गोली खाकर मरना पसंद करेंगे, लेकिन एक साधारण मौत नहीं मरेंगे।
सियाचिन में शहीद हुए थे कैप्टन अंशुमान
कैप्टन अंशुमान सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हुए थे। 19 जुलाई 2023 की सुबह सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना के कई टेंटों में आग लग गई थी। इस हादसे में देवरिया निवासी रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए थे। अंशुमान सिंह की शादी 10 फरवरी को हुई थी, और वे 15 दिन पहले ही सियाचिन गए थे। मरणोपरांत उन्हें राष्ट्रपति भवन में कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी स्मृति और मां मंजू ने यह पुरस्कार ग्रहण किया था।